जानिए पीएम मोदी के घर की सुरंग आखिर निकलती हैं कहां , हुआ खुलासा…
नरेंद्र मोदी देश के पहले ऐसे पीएम हैं, जो अकेले रहते हैं. परिवार का कोई व्यक्ति साथ नहीं. नरसिम्हा राव, अटल बिहारी, मोरार जी, सबके बेटे, दामाद या फिर और रिश्तेदार साथ रहते थे.
ये सब कहां रहते थे, 7 रेसकोर्स रोड पर. लेकिन अब इसे लोककल्याण मार्ग कहते हैं. कुल 12 एकड़ में फैले इस परिसर में एक नहीं, कुल छह बंगले हैं. और उनके नंबर एक छोड़ एक हैं. मतलब 1,3,5,7,9 और 11 नंबर का बंगला.
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बता दें की इस बंगला कुंज के पहले रहवासी थे राजीव गांधी. उसके पहले के पीएम थे. नेहरू रहे तीन मूर्ति भवन में. गुजरे तो उसे म्यूजियम बना दिया गया. शास्त्री रहे 10 जनपथ में. जहां गुजरे तो उसके एक हिस्से को म्यूजियम बना दिया गया. पता दिया गया, 1 मोतीलाल नेहरू मार्ग. दूसरे हिस्से में कांग्रेस पार्टी का दफ्तर बना. अब ये सोनिया गांधी का घर है.
देखा जाये तो शास्त्री के बाद इंदिरा गांधी आईं. प्रायः 1 सफदरजंग रोड के पते पर रहीं. यहीं से बगल के पते यानी 1 अकबर रोड जा रही थीं. कत्ल कर दिया गया. इस घर को भी म्यूजियम बना दिया गया. राजीव की बारी आई. और वो रहे 7 रेसकोर्ड रोड में. उनके बाद पीएम बने वीपी सिंह ने 30 मई 1990 को कानून बनाकर इसे परमानेंट पीएम रेजिडेंस बना दिया.
दरअसल ये बंगला बनाया किसने. रॉबर्ट टी रसेल ने. वो नई दिल्ली डिजाइन करने वाले आर्किटेक्ट एडविन लुटियन के चेले थे. पलिटिकल किस्सों में कई बार लुटियंस दिल्ली शब्द आता है. इसका अर्थ है, यहां रहने वाले ब्योरोक्रेट्स, राजनेताओं से. विधायिका, कार्यपालिका, न्यायपालिका से. जो मिलकर देश चलाती है, दिल्ली के इस हिस्से से.सबसे पहले पड़ता है 9 नंबर बंगला. यहां रहते हैं एसपीजी यानी स्पेशल प्रोटेक्शन ग्रुप वाले. वही करते हैं हर मेहमान की अगवानी. कार किनारे लगवा देते हैं.