मुहम्मद साहब पर हिंदू युवक की पोस्ट, भड़के मुसलमान
पटना। अब तक जाकिर नाइक नाम की शख्सियत से तो आप लोग भी भली भांति परिचित हो गए होंगे। जाकिर नाइक को आतंक का मसीहा बताया जा रहा है, और ये सच भी है क्योंकि ढाका में हुए हमले के आतंकियों ने इसी शख्स से प्रेरित होकर वहां नरसंहार किया। ये तो थी एक हकीकत की पहली तस्वीर, अब देखते हैं दूसरी तस्वीर।
जाकिर नाइक के बाद दूसरा बवाल
बिहार के भोजपुर इलाके में शुक्रवार को सांप्रदायिक माहौल बिगड़ गया। यहां के एक हिंदू शख्स पर मुहम्मद साहब की आपत्तिजनक फोटो सोशल मीडिया पर शेयर करने का आरोप लगा है। जिस शख्स ने फोटो शेयर की थी उसको गिरफ्तार कर लिया गया है। गिरफ्तारी के बाद भी यहां का माहौल तनावपूर्ण बना हुआ है। इलाके के सैकड़ों मुस्लिम सड़क पर उतर आए। उन्होंने हंगामे के साथ-साथ दर्जनों दुकानों को भी आग के हवाले कर दिया।
मामला यहां पर भी नहीं थमा। लोगों को शांत करने के लिए पहुंची पुलिस के कुछ अधिकारी भी इसमें घायल हो गए। इसके बाद भीड़ को शांत करने के लिए पुलिस ने गोलियां भी चलाई। पुलिस के मुताबिक, इलाके के कुछ लोगों ने ही थाने आकर फोटो पोस्ट करने वाले उस शख्स के खिलाफ शिकायत दर्ज करवाई थी।
वहीं आपको इससे पहले के एक मामले की याद और दिला देते हैं। कमलेश तिवारी के बारे में तो सुना ही होगा। जी हां, कमलेश तिवारी वह शख्स हैं जिन्होंने कभी पैगम्बर मोहम्मद साहब पर विवादित टिप्पणी की थी। इसके बाद से पूरे जिले में ऐसा बवाल मचाया गया कि पुलिस को कमलेश को गिरफ्तार कर जेल में डालना पड़ा। गुस्साई भीड़ ने तो कमलेश तिवारी का सिर कलम करने पर ईनाम भी घोषित कर दिया था।
आपको बता दें कि ये सब पहली बार नहीं हो रहा है। इससे पहले भी ऐसी कई घटनाएं घट चुकी हैं। जिसमें सजा जाति के आधार पर और वोट बैंक की राजनीति के चलते दी जाती है। आखिर इस लोकतांत्रिक देश में जब किसी को उसके बयान के लिए जेल में डाला जा सकता है तो ऐसे लोगों को अब तक जेल क्यों नहीं हुई, जो आतंक के मसीहा बने बैठे हैं।