जम्मू-कश्मीर : भारतीय सेना को मिली ऐतिहासिक सफलता, आतंकी मुक्त बना कश्मीर के ये क्षेत्र

श्रीनगर। कश्मीर में लगातार होने वाली आतंकी वारदातों से एक ओर जहां देश चिंता में है। वहीं दूसरी ओर भारतीय सेना के जवान ने विपरीत परिस्थितियों को भी अपने माकूल बनाने में अभूतपूर्व कामयाबी हासिल की है।

ऐतिहासिक सफलता

दरअसल, सुरक्षाबलों ने राज्य के सबसे संवेदनशील और आतंकी सगंठन हिज़बुल मुजाहिदीन के गढ़ माने जाने वाले बारामूला जिले से आतंकियों का सफाया कर दिया है। इसका मतलब अब यहां एक भी दहशतहगर्द मौजूद नहीं है। बता दें कि बारामूला को कश्मीर का पहला ऐसा जिला घोषित किया गया है जहां अब एक भी आतंकी मौजूद नहीं है। जम्मू और कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने इस बात की जानकारी दी।

घाटी का पहला आतंकी मुक्त जिला बना बारामूला

जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) दिलबाग सिंह ने बताया कि कल (बुधवार) बारामूला में हुई मुठभेड़ में तीन आतंकियों को मार गिराया है। इसके साथ ही आज की तारीख में बारामूला कश्मीर का पहला ऐसा जनपद घोषित किया गया है, जहां मौजूदा समय में एक भी आतंकी मौजूद नहीं है। गौरतलब है कि साफियाबाद इलाके में सीआरपीएफ और जम्मू कश्मीर पुलिस के संयुक्त अभियान में आतंकियों को मार गिराया था। वहीं आतंकियों के पास भारी मात्रा में हथियार भी बरामद हुए थे।

आतंकवाद से प्रभावित था जिला

बता दें कि बारामूला हिजबुल के गढ़ के रूप में कुख्यात था और आतंकवाद प्रभावित जिलों में से एक था। साल 2016 में इसी जिले के उड़ी में आर्मी कैंप पर हिज़बुल के दहशतगर्दों ने हमला कर दिया था, जिसमें 16 जवान शहीद हुए थे। इस हमले के जवाब में भारतीय की पैरा कमाडों ने पाक अधिकृत कश्मीर में घुसकर सर्जिकल स्ट्राइक को अंजाम दिया था।

पिछले साल सेना ने 311 आतंकी मारे

आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर राज्य में पिछले साल कुल 311 आतंकी मारे गए हैं। यह आंकड़ा पिछले एक दशक में राज्य में मारे गये आतंकियों का सबसे अधिक है। इससे पहले वर्ष 2010 में 232 आतंकी मारे गए थे।

2017 में 213 आतंकियों को सुरक्षा बलों ने किया था ढेर

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सरकार ने विगत सत्र में संसद के भीतर बताया था कि वर्ष 2017 में जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों के साथ मुठभेड़ में 213 आतंकी मारे गए थे। आतंक के खिलाफ लड़ाई में राज्य पुलिस और सेना के 80 जवान शहीद भी हुए। जबकि, इस दौरान 40 आम नागरिक मारे गए। वहीं, 2016 में कुल 150 आतंकी ढेर हुए थे।

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