रोगों की करेगा छुट्टी और बढ़ाएगा उम्र, जब छुहारे का होगा सही इस्तेमाल

छुहारेखजूर को सुखा कर बनाए गए छुहारे स्वास्थ्य के लिए बहुत लाभदायक होते हैं। वैसे तो मेवा सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती है। उसी प्रकार इसमें भी अनेकों गुण हैं। इसका  सेवन किसी भी मौसम में  किया जा सकता है। इससे अनेकों रोग दूर होते हैं। इनका प्रयोग सर्दियों में ज्यादा लाभकारी होता है। यूं तो स्‍वाद में यह मीठा होता है। लेकिन मधुमेह को नियंत्रित करने में यह बहुत उपयोगी होता है। आइए जानें इसके गुण और सेवन करने के तरीके।

छुहारे खाने के फायदे

  • इसे  खाने से फेफड़े और चेस्ट को शक्ति मिलती है। और श्वास रोग में लाभ होता है।
  • शरीर को मजबूत बनाने के लिए दो-तीन छुहारे पांच सौ ग्राम दूध में देर तक उबालें। जब दूध तीन सौ ग्राम शेष रह जाए तो उसमें मिश्री मिलाकर पिएं।
  • सुबह-शाम दो छुहारे चबाकर खाने और हल्का गर्म पानी पीने से कब्ज दूर होता है। इसके अलावा छुहारे और किशमिश खाने से भी कब्ज दूर होता है।
  • शारीरिक निर्बलता के कारण मासिक समस्या में अवरोध होने पर छुहारे के सेवन से मासिक समस्या प्राकृतिक रूप से समय पर होने लगता है।
  • पौढ़ावस्था में रात के समय बार-बार पेशाब त्याग के लिए मुश्किल हो तो कुछ दिन तक छुहारों का सेवन करें।
  • छुहारे और गाय का दूध पीने से शरीर में कैल्शियम की कमी पूरी होती है। क्योंकि छुहारों में कैल्शियम अधिक मात्रा में होता है।
  • इसकी की गुठली पानी के साथ किसी साफ पत्थर या सिल पर घिसें। फिर फोड़े-फुंसी व दूसरे व्रणों पर लगाने से जल्द लाभ होता है। सूजन व शूल नष्ट होता है।
  • छोटे बच्चों को छुहारे खिलाने से उनके बिस्तर पर पेशाब करने की समस्या दूर होती है।
  • दो छुहारे दूध में उबालकर रात को खाने और दूध पीने से स्वर बहुत सुरीला होता है।
  • छुहारे को दूध में उबालकर खाने और दूध पीने से एक सप्ताह में बवासीर नष्ट होता है। छुहारे कब्ज को नष्ट करके बवासीर रोग का निवारण करते हैं।
  • कमर दर्द होने पर छुहारे खाने से बहुत लाभ होता है।
  • आंखों की पलको पर गुहेरी निकलने पर छुहारे की गुठली को सिल पर पानी के साथ घिसकर लगाने से शीघ्र लाभ होता है।
  • मोटे होने के लिए छुहारे दूध में उबालकर रोजाना खाना चाहिए। शरीर में रक्त और मांस की वृद्धि होती है।
  • दिल को शक्ति प्रदान करने वाला छुहारा शरीर में रक्त वृद्धि करता है।
  • 50 ग्राम छुहारे, 60 ग्राम अखरोट की गिरी और एक तोले बिनौले की गिरी को पीसकर, घी में भूनकर बराबर मात्रा में मिश्री मिलाकर रखें। इसमें से दो तोले मिश्रण रोजाना ऐसे खाने से प्रमेह रोग(यूरीन से संबंधित रोग) दूर होता है।
  • स्त्रियों के मासिक धर्म के अवरोध की समस्या दूर करने के लिए एक छुहारा और दो बादाम की गिरी रात को पानी में डालकर रखें। सुबह उठकर दोनों को पीसकर मिश्री और मक्खन मिलाकर खाएं। समस्या दूर हो जाएगी।
  • खजूर न केवल दमे के रोगियों के लिए गुणकारी है बल्कि लकवा और सीने के दर्द की शिकायत को दूर करने में भी खजूर सहायता करता है।

सावधानी: छुहारे खाने और दूध पीने के बाद डेढ़-दो घंटे तक पानी नहीं पीना चाहिए।

छुहारे से यह सब भी बनता है

छुहारे का हलवा –

छुहारे का हलवा बहुत ही स्वादिष्ट होता है। यह हलवा सर्दियों के दिनों में बहुत ही लाभदायक होता है। इसे आप कई दिनों तक रख भी सकते हैं।

छुहारे की चटनी –

इसके अलावा में इसकी  की चटनी भी बना सकते हैं, जिसे कई लोग बड़े ही चाव से खाते हैं।

छुहारे का आचार-

इससे  बनने वाली चीजों में छुहारे का आचार भी है। इसे आप रोटी या आचार के साथ भी खा सकते हैं। यह आचार आपकी भूख बढ़ाने में भी मदद करता है।

इन बीमारियों में फायदेमंद हैं छुहारे  

  • अनियमित भोजन।
  • चिंता।
  • शराब पीने की लत।
  • देर रात तक जागना।
  • नींद की गोलियाँ।
  • अनावश्यक दवाओं का सेवन करना।
  • अश्लील साहित्य पढ़ना।
  • अश्लील सिनेमा देखना तथा अन्य गलत आदतों में पड़ना, ये कुछ ऐसे कारण हैं, जिसकी वजह से हमारा शरीर दुर्बल होने लगता है।
  • अगर चाहते हैं कि आपकी दुर्बलता दूर हो तो छुहारा खाना शुरू कर दें।
  • इसे आप दूध के साथ लेते हैं तो न केवल बलवीर्य में वृद्धि होगी बल्कि चेहरा भी सुंदर होगा।
  • इसके अलावा छुहारा खाने से घाव और आंख के गुहेरी भी ठीक हो जाते हैं।
  • यह दमा जैसे रोग को दूर करने में भी सहायक है।
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