
लंदन। आईसीसी चैम्पियंस ट्रॉफी 2017 के फाइनल में पाकिस्तान ने भारत को (180 ) रनों से हराकर ट्रॉफी पर कब्ज़ा कर लिया है। पाकिस्तान 18 सालों में पहली बार चैम्पियंस ट्रॉफी के फाइनल में पहुंचा और ट्रॉफी अपने नाम कर ली। इससे पहले पाकिस्तान ने टॉस हारकर भारत के सामने चार विकेट खोए और 339 रनों का लक्ष्य रखा। पाकिस्तान की ओर से सर्वाधिक रन फखर जमान (114) ने बनाए। यह फखर का पहला अंतर्राष्ट्रीय शतक है। वही गेंदबाजी में मोहम्मद आमिर और हसन अली ने भारत के तीन-तीन विकेट चटकाए। भारत की तरफ से हार्दिक पंड्या (76) अर्धशतक बनाने में कामयाब रहे।
भारत ने अपने विकेट रोहित शर्मा (0), कप्तान विराट कोहली (5), शिखर धवन (21), युवराज सिंह (22), महेंद्र सिंह धोनी (4), केदार जाधव (9), हार्दिक पंड्या (76), रविंद्र जडेजा (15), आश्विन (1), बुम्रह (1) के रूप में गंवाए।
यह पाकिस्तान का भारत के खिलाफ पहले बल्लेबाजी करते हुए अब तक का सबसे बड़ा स्कोर है। यह चैम्पियंस ट्रॉफी में आईसीसी के पूर्ण सदस्यता वाले देश के खिलाफ बनाया गया सर्वोच्च स्कोर भी है। इससे पहले चैम्पियंस ट्रॉफी में न्यूजीलैंड ने सितम्बर, 2004 में अमेरिका के खिलाफ 347 रन बनाए थे।
भारतीय कप्तान विराट कोहली ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी चुनी लेकिन उनका यह फैसला गलत साबित हुआ। पाकिस्तान की सलामी जोड़ी फखर और अजहर अली (59) ने भारतीय गेंदबाजों की जमकर धुनाई की। इन दोनों ने पहले विकेट के लिए 23 ओवरों में 128 रन जोड़े। फखर एक छोर से तेजी से रन बना रहे थे तो अजहर थोड़ा धीमा खेल रहे थे।
इन दोनों ने आईसीसी आयोजनों में भारत के खिलाफ पहले विकेट के लिए अब तक की सबसे बड़ी साझेदारी को अंजाम दिया। इससे पहले 1996 विश्व कप में आमिर सोहेल और सईद अनवर ने पहले विकेट के लिए 84 रन जोड़े थे।
भारत का कोई भी गेंदबाज इस जोड़ी को परेशान नहीं कर पाया। यह जोड़ी अपनी गलती से टूटी। 23वें ओवर की आखिरी गेंद पर रन लेने को लेकर दोनों के बीच गलतफहमी हुई और दोनों एक ही छोर पर आ गए। जसप्रीत बुमराह की गेंद पर महेंद्र सिंह धोनी ने गिल्लियां बिखेर दीं और अजहर पवेलियन लौटे। उन्होंने 71 गेंदों में छह चौके और एक छक्का लगाया।
अजहर के जाने के फखर पर असर नहीं हुआ उन्होंने अपना आक्रामक अंदाज जारी रखा। उन्होंने लगातार बड़े शॉट खेले और रन बटोरते रहे। 31वें की पहली गेंद पर रविचंद्र अश्विन को चौका मार फखर ने अपना पहला शतक पूरा किया जिसके लिए उन्होंने 91 गेंदें ली।
शतक पूरा करने के बाद फखर, हार्दिक पांड्या की गेंद पर बड़ा शॉट खेलने गए और गेंद ने बल्ले का ऊपरी किनारा लिया और रवींद्र जडेजा ने पीछे भागते हुए अनका शानदार कैच लपका। उन्होंने 106 गेंदों का सामना करते हुए 12 चौके और तीन छक्के लगाए।
हालांकि इसके बाद बाबर आजम (46) और शोएब मलिक (12) ने टीम के स्कोर बोर्ड को लगतार चलाने का काम किया। खतरनाक दिख रहे आजम को केदार जाधव ने युवराज सिंह के हाथों कैच कराया। मलिक, भुवनेश्वर कुमार की गेंद पर जाधव के हाथों लपके गए।
अंत में मोहम्मद हफीज 37 गेंदों में चार चौके और तीन छक्कों की मदद से 57 रनों की नाबाद पारी खेल पाकिस्तान को बड़ा स्कोर प्रदान किया। हफीज का साथ इमाद वसीम ने अच्छे से दिया और 21 गेंदों में 25 रन बनाए और पांचवें विकेट के लिए 71 रन जोड़े।
भारत की तरफ से भुवनेश्वर कुमार, हार्दिक पांड्या और केदार जाधव ने एक-एक विकेट लिया। एक बल्लेबाज रन आउट हुआ।