
रोहतक। महिलाओं की सुरक्षा को लेकर हमेशा विवादों में रहने वाले राज्य हरियाणा में एक और दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। हरियाणा के रोहतक में गैंगरेप के बेखौफ आरोपियों ने समझौता न करने पर तीन साल बाद उसी दलित युवती से फिर से गैंगरेप किया, और उसे अधमरी अवस्था में झाडि़यों में फेंक भाग गये।
युवती के अनुसार वह कॉलेज से बाहर आई थी, और ये पांच लोग कार में थे। तीन लोग कार के भीतर बैठे थे, और दो बाहर खड़े थे। पीड़िता के अनुसार, इसके बाद उन्होंने उसे कार में खींच लिया, उसे नशीली दवा पिला दी, और उसकी बेहोशी की हालत में उसके साथ बलात्कार किया।
गैंगरेप के बाद फरार हैं अारोपी
जानकारी के अनुसार सभी आरोपी 20 से 30 साल की उम्र के हैं, और फिलहाल जमानत पर आज़ाद हैं। आरोपी लड़की और उसके परिवार वालों पर वर्ष 2013 के पिछले गैंगरेप मामले में समझौता करने के लिए दबाव डाल रहे थे, और उन्होंने इसी बात की सज़ा इस लड़की को दी कि वह कोर्ट में उनके खिलाफ मुकदमा लड़ रही है।
लड़की के परिवार वालों का कहना है कि तीन साल पहले हुई गैंगरेप की वारदात के बाद हम लोगों ने मुकदमा दर्ज कराया। इसके कुछ दिनों बाद ही सभी अारोपी जमानत पर रिहा हो गये और हमे परेशान करने लगे। जिस वजह से हम लोग भिवानी छोड़ रोहतक में आकर बस गए। लेकिन यहां भी अारोपियों ने इनका पीछा नहीं छोड़ा और परिवार को आए दिन धमकाते और 50 लाख रुपये लेकर मामले में समझौता करने को कहते।
पुलिस का कहना है कि युवती को रोहतक के सुखपुरा चौक इलाके में झाड़ियों में पड़ा पाया गया। उसकी शिकायत पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। अारोपियों की तलाश जारी है।