इंसानों की इस बीमारी में रामबाण ईलाज है गधी का दूध!

गधी का दूधनई दिल्ली| वैसे तो गधी का दूध पीने लायक नहीं होता लेकिन एक ताजा शोध ने इसे गलत साबित कर दिया है. ताजा शोध में खुलासा हुआ है कि इस दूध में मौजूद एंटी एलर्जिक तत्व बच्चों के लिए बेहद फायदेमंद है. इससे बच्चों में अक्सर होने वाली कई बीमारियों से निजात मिल सकती है.

गधी का दूध है औषधि

इसके तहत जिन बीमारियों का इलाज अहो सकता है उनमें अस्थमा, सर्दी और जुकाम का नाम सबसे ऊपर है. लिमासोल स्थित साइप्रस यूनीवर्सिटी ऑफ टेक्नॉलजी में डेयरी साइंस विभाग के प्रमुख वैज्ञानिक प्रोफेसर फोटिस पैपडिनास ने अपने एक नए शोध में यह दावा किया है.

उनके अनुसार, बहुत कम लोग जानते होंगे कि मिस्त्र की महारानी क्लियोपैट्रा अपनी खूबसूरती को बरकरार रखने के लिए गधी के दूध से नहाती थीं. वहीं, कुछ पीढियों पहले तक कुछ देशों में छोटे बच्चों को सर्दी जुकाम होने पर गधी का दूध ही दिया जाता था लेकिन धीरे धीरे लोगों ने इसे छोड़ गाय के दूध को तरजीह देना शुरू कर दिया.

गधी के दूध में प्रचुर मात्रा में विटामिन पाया जाता है जो हमारे शरीर में बैक्टीरिया रोधी प्रोटीन और एंटी एलर्जिक पदार्थ के साथ-साथ रोग प्रतिरोधी क्षमता को बढ़ा देता है.

प्रोफेसर फोटिस के अनुसार, गधी के दूध के गुण मां के दूध से काफी मिलते जुलते हैं. इंसान की ही तरह गधों में भी सिंगल चेंबर्स स्टमक होता है, जबकि गाय और बकरी का पेट फोर चेंबर्ड होता है और कई तरह के बैक्टीरिया इनके खाने को पचाने में सहायक होते हैं.

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