जानिए महिलाओं को क्यों होती है खून की कमी, दवा नहीं इन घरेलू तरीकों से करें इलाज

सेहतमंद रहने के लिए शरीर में खून की सही मात्रा होना बहुत जरूरी है। शरीर में दो रक्त कोशिकाएं होती हैं लाल और सफेद। लाल रक्त कोशिकाएं कम होने पर शरीर में खून की कमी हो जाती है, जिसे एनीमिया भी कहते हैं। पुरुषों के मुकाबले, भारतीय महिलाओं में यह समस्या अधिक देखने को मिलती है। इतना ही नहीं, 30 के बाद महिलाओं में यह समस्या अधिक देखने को मिलती है, जिसका कारण काफी हद तक उनकी गलत खान-पान भी है। चलिए आज हम आपको इस बीमारी के कुछ कारण और लक्षण बताते हैं, जिससे आप इस समस्या से छुटकारा पा सकती हैं।

जानिए महिलाओं को क्यों होती है खून की कमी, दवा नहीं इन घरेलू तरीकों से करें इलाज

क्या है एनीमिया?

बॉडी के सेल्स को एक्टिव रहने के लिए ऑक्सीजन की जरूरत होती है, जिसे शरीर के अंगो तक पहुंचाने का काम हीमोग्लोबीन का होता है। मगर शरीर में आयरन की कमी होने से सेल्स को ऑक्सीजन नहीं मिल पाता, जिससे सेल्स कार्बोहाइड्रेट व वसा को जलाकर एनर्जी में नहीं बदल पाते। इससे बॉडी और ब्रेन की काम करने की क्षमता पर असर पड़ता है, जिसे एनीमिया कहते हैं।

70% भारतीय महिलाएं है एनीमिया की शिकार

स्टडी के मुताबिक, भारतीय लोगों में खून की कमी ज्यादा पाई जाती है, जिसमें 70% संख्या महिलाओं की होती है। वहीं लगभग 57.8% गर्भवती महिलाएं एनीमिया से पीड़ित रहती हैं। इनमें से 7 में से एक महिला ऐसी होती है, जिसमें हीमोग्लोबिन की मात्रा 7 ग्राम/डीएल है। एक स्वस्थ महिला के शरीर में हीमोग्लोबिन का सामान्य स्तर 11-12 ग्राम/डीएल होना चाहिए। अगर यह स्तर 9-7 ग्राम/डीएल हो तो यह माइल्ड एनीमिया होता है।

महिलाओं में खून की कमी के कारण

महिलाओं में खून की कमी का सबसे बड़ा कारण गलत खान-पान ही है। वहीं पीरियड्स के दौरान अधिक ब्लीडिंग होने के कारण भी यह समस्या हो जाती है। इसके अलावा प्रैग्नेंट महिलाओं को भी यह प्रॉब्लम अधिक हो जाती है।

ये भी हो सकते हैं कारण

-शरीर में आयरन की कमी
-पेट में अधिकतर इंफेक्शन रहना
-अधिक मात्रा में कैल्शियम का सेवन
-हरी सब्जियों का सेवन ना करना
-किसी वजह से शरीर से खून बह जाना
-शरीर में फॉलिक एसिड की कमी
-किसी तरह के कैंसर के कारण
-बार-बार गर्भ धारण करना

एनीमिया के लक्षण

  • थकान महसूस होना
  • चेहरे व पैरों पर सूजन
  • चक्कर आना या बेहोशी
  • पैरों के तलवों में ठंडापन
  • लगातार सिर दर्द रहना
  • आंखों के सामने अंधेरा छाना
  • जीभ, नाखून व पलकों में पीलापन
  • सांस फूलना और धड़कन तेज होना

सही समय पर जांच जरूरी

अगर आपको इस तरह के लक्षण दिखाई दे तो तुंरत डॉक्टरी जांच करवाएं। महिला और  पुरुष के शरीर में हीमोग्लोबिन का स्तर अलग-अलग होता है और इसी के हिसाब से जांच की जाती है। इसके अलावा खानपान का ख्याल रखकर भी इससे निजात पाई जा सकती है।

कैसे पाएं इससे निजात?

आयरन युक्त आहार

अगर आप एनीमिया की समस्या से जूझ रही हैं तो अपनी डाइट में अधिक से अधिक आयरन युक्त आहार लें। इसके लिए आप अपनी डाइट में पालक, केल (Kale), ब्रोकली, चुकंदर, अनार और बेरीज, खजूर, अंजीर, बादाम, अखरोट, पाइन नट्स, तिल, कद्दू के बीज, अलसी के बीज, दालें, मछली और अंडे शामिल कर सकती हैं।

विटामिन-सी युक्त आहार

विटामिन सी युक्त फूड्स को भी अपनी डाइट का हिस्सा बनाएं क्योंकि यह आयरन के अब्जॉर्प्शन को बढ़ाता है। इसके लिए आप संतरा, कीवी, केला, बादाम, सेब, टमाटर, स्ट्राबेरी, लहसुन, बेरीज, मशरूम, अंडे और चिकन को डाइट में ले सकती हैं।

चुकंदर का रस

1 गिलास चुकंदर के जूस में 1 चम्मच शहद मिक्स करके रोजाना पीने से भी शरीर में आयरन की कमी पूरी हो जाती है, जिससे एनीमिया की शिकायत दूर हो जाती है।

टमाटर का जूस

शरीर में खून की कमी को तेजी से पूरा करने के लिए रोज टमाटर का जूस पीएं। आप चाहे तो टमाटर का सूप भी पी सकते हैं। इसके अलावा सेब और टमाटर का जूस मिक्स करके पीने से भी शरीर में खून की कमी पूरी हो जाती है।

गिलोय

2 चुटकी गिलोय में 1 चम्मच शहद मिलाकर दिन में दो बार लें। इसके अलावा गिलोय की डंडी को रातभर पानी में भिगो कर सुबह उसका छना हुआ पानी पी लें। इससे भी एनीमिया की शिकायत दूर होगी।

अंजीर

10 मुनक्के और 8 अंजीर को 200 मिली दूध में उबालकर नियमित सेवन करें। इसमें मौजूद विटामिन्स, आयरन, फाइबर, कैल्शियम और मिनरल्स आदि एनीमिया की शिकार को दूर करेंगे।

तुलसी

एंटी-ऑक्‍सीडेंट गुणों से भरपूर तुलसी की 8-10 पत्तियां रोजाना चबाने से भी आयरन की कमी पूरा होती है। आप चाहे तो तुलसी की पत्तियों और शहद को दूध में मिलाकर भी ले सकती हैं।

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