कोरोनिल को प्रमाणित बताने पर पतंजलि ने पेश की सफाई, कहा- हर्षवर्धन ने नहीं किया समर्थन!

जब पूरे देश में कोरोना महामारी चरम पर थी तब उस बीच पतंजलि की ओर से एक एसी दवा का निर्माण किया गया जिसे कोरोना से लड़ने में कारगर बताया गया था। जी हां! हम बात करें रहें हैं पतंजलि की कोरोनिल टैबलेट की। पतंजलि ने दावा किया था कि यह शरीर में मौजूद इम्यूनिटी को बढ़ाने व कोरोना को मिटाने में कारगर साबित होता है। वहीं इस टैबलेट के बाजार में आते ही इसके दावों को लेकर विवाद खड़ा हो गया था। इसी के साथ एक बार फिर कोरोनिल को लेकर देश में विवाद पैदा हो चुका है। यदि बात करें इंडियन मेडिकल एसोसिएशन (IMA) की तो उसने इस दवा के सभी दावों को झूठा करार दिया।

इसी के साथ पतंजलि की कोरोनिल दवा का समरेन करने के लिए इंडियन मेडिकल एसोसिएशन ने केंद्रीय स्वास्थय मंत्री हर्षवर्धन को भी आड़े हाथो लिया है। वहीं इस मामले में बढ़ते विवाद को ध्यान में रखते हुए पतंजलि ने अपनी सफाई पेश की है। पतंजलि की ओर से पेश की गई सफाई में कहा गया है कि केंद्रीय स्वास्थय मंत्री ने उनकी कोरोनिल दवा का किसी भी प्रकार से समर्थन नहीं किया था। पतंजलि की ओर से यह सफाई आज यानी बुधवार को दी गई है। इसी बीच आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि डब्ल्यूएचओ-जीएमपी के अनुसार कोरोनिल को CoPP लाइसेंस से सम्मानित किया गया।

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