केजरीवाल को नही है, भ्रष्‍टाचार पर बोलने का नैतिक अधिकार

भ्रष्‍टाचारनई दिल्‍ली । कांग्रेस के  पंजाब  प्रदेश अध्‍यक्ष  अमरिंदर सिंह ने सोमवार को दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के भ्रष्टाचार पर बोलने के नैतिक अधिकार पर सवाल उठाया, उन्‍होंने कहा कि केजरीवाल ने गंभीर भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे अपने प्रधान सचिव का बचाव किया है।

अमरिंदर ने आज पत्र‍कारों से बातचीत मे कहा , “केजरीवाल आज कह रहे हैं कि वह बादल प्रकाश सिंह बादल और उनके पुत्र सुखवीर बादल को जेल भेज देंगे, जो मैंने 2002 में ही कर दिया था।” उन्‍होंने कहा कि केजरीवाल यह बताए बगैर बादल विरोधी भावनाओं का लाभ उठाना चाहते हैं कि आखिर वह बादल को कैसे दंडित करेंगे और उन्हें सलाखों के पीछे कैसे भेजेंगे। उन्होंने कहा, “मैं जानता हूं कि यह काम कैसे करना है, क्योंकि मैंने किया है और ऐसा फिर करूंगा।” सिंह ने कहा कि यहां बादल जैसों के खिलाफ कार्रवाई के लिए एक उचित कानूनी व्यवस्था है।

अमरिंदर ने सवाल उठाते हुए कहा, “लेकिन केजरीवाल यह कदम दिल्ली में भी क्यों नहीं उठा रहे हैं?” उन्होंने कहा कि किस तरह वह भ्रष्टाचार के आरोपों का सामना कर रहे अपने प्रधान सचिव राजेंद्र कुमार का बचाव कर रहे हैं।

ड्रग स्कैंडल की केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) से जांच कराने के अपने विरोध का बचाव करते हुए सिंह ने कहा कि उनकी एकमात्र चिंता है कि इससे देरी होगी, क्योंकि सीबीआई जांच पूरी करने में लगभग 8-10 साल लेगी। उन्होंने कहा कि यहां प्रवर्तन निदेशालय, आयकर विभाग, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो और राजस्व खुफिया जैसी कुछ केंद्रीय एजेंसियां जांच में जुटी हुई हैं।

प्रदेश अध्‍यक्ष ने कहा, “भाजपा नेतृत्व वाली राजग सरकार के सत्ता में आने और अरुण जेटली के केंद्रीय वित्तमंत्री बनने के बाद जांच जैसे निलंबित अवस्था में चली गई है।”

राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी केंद्रीय एजेंसियां जेटली के अधीन आती हैं और वह निश्चित रूप से स्कैंडल में शामिल किसी की मदद करने की कोशिश कर रहे हैं।

पंजाब में सत्ताधारी बादल परिवार और शिरोमणि अकाली दल 2007 से ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के साथ गठबंधन बनाकर राज्य में सत्ता में है।

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