योगी सरकार के वादों की निकली हवा, ग्रामीण बोले- अब ऊपर वाला ही बचाए

कुशीनगर में सिंचाई मंत्रीरिपोर्टर: सुनील सोनी

कुशीनगर : गंटक नदी में बढ़ते पानी के स्तर और बाँध निर्माण कार्य में हीला हवाली को लेकर ग्रामीणों में ख़ासा रोष है। बाँध निर्माण कार्य का निरीक्षण करने पहुंचे कुशीनगर में सिंचाई मंत्री धर्म पाल सिंह को भी ग्रामीणों के विरोध का सामना करना पड़ा। गुस्साए ग्रामीणों ने ‘सिंचाई मंत्री वापस जाओ’ के नारे लगाए। फिर भी सिंचाईं मंत्री करीब डेढ़ घंटे तक निर्माणाधीन बाँध पर रहे और अभियंताओं को ‘सब कुछ सही है’ का सर्टिफिकेट देकर चले गए।

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सिचाई मंत्री ने पिपरा घाट, बाघ चौक व विरवट कोन्वलिया का निरीक्षण किया। बता दें कुछ वर्षों से बड़ी गंडक की बाढ़ से अमवा खास,पिपरा पिपरासी व एपी तटबंध के आसपास के इलाके में लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ा है।

बड़ी गंटक नदी कुशीनगर में हर साल तबाही मचाती है। और बाढ़ के पानी से हर साल हजारो एकड़ की फसलें बर्बाद हो जाती है। वहां रहने वाले ग्रामीणों को दूसरे स्थान पर जाना पड़ता है।

ग्रामीणों का कहना था कि बगल के बांध पर बिहार सरकार ने 15 जून तक सभी बचाव कार्य पूरा करा दिया है। लेकिन यूपी के अभियंता बरसात का मौसम शुरू होने पर निर्माण व बंधों की मरम्मत करा रहे हैं। वहीं उनका यह भी आरोप है कि निर्माण कार्य बेहद ही घटिया हो रहा है।

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ग्रामीण भय में हैं। उनका कहना है कि इस वर्ष बड़ी गंडक के प्रकोप से ऊपर वाला ही बचा सकता है।

ग्रामीणों के विरोध प्रदर्शन के बाद भी सिंचाई मंत्री लोगों के नाराजगी की वजह जानने की कोशिश नहीं की। मंत्री ने निर्माण कार्य देखा और अभियंताओ से मिल कर चले गए।

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