जब्त किए गए ‘कालेधन’ को इस सांसद के दामाद ने साबित किया सफेद

कालाधन को सफेदनई दिल्ली। हिसार के चार्टर्ड प्लेन से जब्त किया गया कालाधन आयकर विभाग को इसके दावेदार को वापस लौटाना पड़ा। बता दें कि यह पैसा बंद हुए 500 और 1000 के नोट में था। जब्त की गयी यह रकम साढ़े तीन करोड़ रुपए थी। इसे नागालैंड से लाया गया था। एक अंग्रेजी अखबार के मुताबिक़ नागालैंड के पुलिस चीफ एलएल डोंगेल का कहना है कि सीआईएसएफ द्वारा जब्त की गई रकम आयकर विभाग को सौंप दी गई थी। लेकिन दावेदार नागा बिजनेसमैन अनंतो जिमोमी ने जब्त किए गए कालाधन को सफेद साबित कर दिया। इस वजह से आयकर विभाग को जब्त की गयी रकम दावेदार को सौंपनी पड़ी। दरअसल अनंतो जिमोमी ने अपना आयकर छूट का प्रमाणपत्र पेश किया था।

कालाधन को सफेद साबित…

जिमोमी निफियू रियो के दामाद हैं। रियो राज्य के एकमात्र लोकसभा सांसद हैं और केंद्र में एनडीए सरकार के सहयोगी भी हैं। मंगलवार को जब दीमापुर से 3.5 करोड़ रुपए पकड़े गए तो सनसनी मच गई थी। इससे साफ हो गया था कि कुछ लोग पूर्वोत्तर के लिए बने कुछ खास कानूनों का लाभ उठाकर काले धन को सफेद करने की कोशिश में जुटे हैं।

दरअसल आयकर कानूनों में अलग-अलग श्रेणियां बनाई गई हैं। इन आयकर श्रेणियों के हिसाब से कुछ विशेष वर्गों को करों में छूट का प्रावधान है। पूर्वोत्तर राज्यों नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और अरुणाचल प्रदेश में अनुसूचित जनजाति के लोगों को आयकर से छूट मिली हुई है।

जिन लोगों को आयकर से छूट मिली हैं उनमें असम के उत्तरी कचार पहाड़ी क्षेत्र और मिकिर पहाड़ी क्षेत्र, मेघालय के खासी , गारो पहाड़ियां और जयंतिया हिल्स, जम्मू-कश्मीर के लद्दाख की निवासी अनुसूचित जनजातियां शामिल हैं। आयकर कानून के हिसाब से इनको किसी भी स्रोत से आय या कहीं से भी मिले लाभांश या ब्याज पर कर अदा करने से छूट मिली है।

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