खुलासा : कांग्रेस की सरकार ने ईसाइयों पर लुटाए करोड़ों

कांग्रेस सरकारनई दिल्ली। सूचना का अधिकार कानून से खुलासा हुआ है कि कांग्रेस शासित कर्नाटक में सरकार ने बीते तीन साल में ईसाई संस्थाओं को करोड़ों रुपए दान में दे डाले हैं। कांग्रेस सरकार की तरफ से यह पैसे चर्च की मरम्मत और सौन्दर्यीकरण के लिए जारी हुए हैं। साथ ही साथ नए चर्च और ईसाई कम्युनिटी हॉल बनाने के लिए भी बड़ी रकद दी गई है।

आरटीआई के तहत चार सवाल 26 मार्च को पूछे गए। यह सवाल सरकारी आदेश नंबर – MWD318MD2011 दिनांक 16/01/2012 के हवाले से राज्य अल्पसंख्यक विभाग की तरफ से चर्च को दिए जा रहे फंड के बारे में थे। हालांकि अभी यह साफ नहीं हो पाया है कि यह आरटीआई किस व्यक्ति या संस्था की ओर से लगाई गई थी।

प्र.1- सरकार की तरफ से साल दर साल चर्च की मरम्मत के लिए कितना फंड दिया गया?

प्र.2- उन ईसाई संस्थाओं के नाम और पते बताएं, जिन्हें मरम्मत के नाम पर सरकार से पैसे मिले हैं?

प्र.3- साल दर साल राज्य सरकार ने नए चर्च बनाने पर कितने पैसे जारी किए?

प्र.4- उन ईसाई संस्थाओं के नाम और पते बताएं, जिन्हें नए चर्च बनाने के लिए पैसे दिए गए?

कांग्रेस सरकार का पक्षपात!

सिद्धरमैया सरकार ने 12.30 करोड़ रुपये 2013-14 में राज्य के 134 गिरिजाघरों को दिए। इसके अलावा 6.72 करोड़ रुपये ईसाई कम्युनिटी सेंटर बनाने के लिए जारी हुए। धर्मांतरण का ज्यादातर काम इन कम्युनिटी सेंटरों में ही होता है।

राज्य सरकार ने 2014-15 अपनी ‘दरियादिली’ दिखाते हुए फंडिग और बढ़ा दी। इस दौरान 16.56 करोड़ रुपए 125 चर्चों को आवंटित किए गये। साथ ही करीब 15 करोड़ रुपए 55 ईसाई समुदाय भवन बनाने के दिए गये।

कर्नाटक सरकार की गिरिजाघरों पर दरियादिली 2015-2016 में भी बनी रही और चर्च की मरम्मत पर 15 करोड़ रुपये बांटे दिए। इस दौरान कम्युनिटी सेंटर बनाने पर खर्च हुई रकम का हिसाब किताब नहीं दिया गया।

संविधान का उल्लंघन

किसी भी धर्म निरपेक्ष राष्ट्र में कोई सरकार धार्मिक संस्थाओं को फंड नहीं दे सकती। अगर वह ऐसा करती हैं तो यह संविधान की मूल भावना का उल्लंघन होगा। दुनिया के बड़े ईसाई देशों में भी सरकारें चर्च बनाने या मरम्मत करने के नाम पर एक भी पैसा नहीं देती। कई देशों में ऐसा करना गैर-कानूनी है।

भारत मे भी कोई सरकार किसी किसी धर्म स्थल को बनाने या मरम्मत के लिए फंड रिलीज़ नहीं करती। खुद को सेकुलर पार्टी बताने वाली कांग्रेस की सिद्धरमैया सरकार ने तीन साल के भीतर ही चर्च को करोड़ों रुपए बांट दिए। एक सवाल यह भी उठ रहा है कि ईसाई संस्थाओं की जेब भरने का काम कांग्रेस आलाकमान के इशारों तो नहीं हो रहा है?

एक तरफ कर्नाटक की कांग्रेस सरकार ने राज्य के कई हिंदू मंदिरों की करोड़ों की संपत्ति सील कर रखी है। राज्य के सैकड़ों साल पुराने मंदिरों की हालत जर्जर होती जा रही है। वहीँ ईसाइयों पर इतनी मेहरबानी दिखाना सरकार पर सवाल तो खड़े करती ही है।

बता दें, भारत में ईसाई धर्म को बढ़ावा देने के लिए तमाम मिशनरीज विदेशों से संचालित हो रही हैं। इनमें से कुछ संस्थाएं हिंदुओं में जातिवाद की भावनाओं के नाम पर भड़काकर उनका धर्म परिवर्तन कराने की फ़िराक में रहती हैं।

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