करणी सेना के ‘शेर’ ने मारा था भंसाली को चांटा, अब खाई चापड़ मारने की कसम

करणी सेनानई दिल्ली: फिल्म निर्देशक संजय लीला भंसाली के ऊपर हुए हमले की जिम्मेदारी फूलन देवी के हत्यारे शेर सिंह राणा ने ली है. राणा ने यह भी कहा कि भंसाली अगर नहीं समझे, तो उनके साथ आगे भी कुछ हो सकता है. राणा ने बताया कि, जयपुर की घटना को उनके इशारे पर राजपूत करणी सेना ने अंजाम दिया.

आखिर कौन है ये शेर सिंह राणा?

शेर सिंह राणा उर्फ़ पंकज सिंह गोला का जन्म 17 मई 1976 को उत्तराखंड के रुड़की में हुआ. 25 जुलाई 2001 को राणा ने बहमई में मारे गए 22 ठाकुरों की हत्या का बदला बताते हुए, दिल्ली में दस्यु से सांसद बनी फूलन देवी की गोली मारकर हत्या कर दी. इस घटना के दो दिन बाद राणा ने देहरादून पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया और हत्या की बात मानी.

हालांकि, अगस्त 2014 में दिल्ली की एक निचली अदालत ने फूलन देवी हत्याकांड का दोषी मानते हुए राणा को उम्रकैद तथा 1 लाख रुपए के जुर्माने की सजा सुनाई. अक्टूबर 2016 में दिल्ली हाईकोर्ट ने राणा की सजा स्थगित करते हुए सशर्त जमानत दे दी, जिसके बाद से वह बाहर है. जमानत मिलने के बाद राणा का राजस्थान के कई शहरों में सम्मान किया गया. साथ की कई रैलियां और सभाएं भी की गईं.

दिसंबर 2016 को चित्तौड़गढ़ में करणी सेना ने जौहर स्वाभिमान समारोह आयोजित किया था. इसमें शेर सिंह राणा बतौर गेस्ट मौजूद थे. इस कार्यक्रम को संबोधित करते हुए राणा ने बताया कि, “अगर रानी पद्मिनी का वास्तविक चरित्र दिखाया जाता है तो हम भंसाली का सम्मान करेंगे, लेकिन मैं गलत हुआ तो मैं ये नहीं कह रहा हूं कि आप सब मेरा साथ देना लेकिन मैं धरना-प्रदर्शन वाला आदमी नहीं हूं मैं उसको वहीं जाकर चार झापड़ मारूंगा.”

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