एम्स ऋषिकेश में बहाली की मांग को लेकर महिला कर्मी ने की ऐसी हरकत कि, प्रशासन के छूट गए पसीने
एम्स ऋषिकेश में अपनी बहाली की मांग को लेकर दो महिला कर्मी यहां रेलवे स्टेशन परिसर पर बनी पानी की टंकी पर चढ़ गईं। जानकारी के मुताबिक आज सुबह करीब पांच बजे कंचन और मनीषा पानी की टंकी पर चढ़ गईं। जबकि अन्य निष्कासित महिला कर्मी टंकी के नीचे सीढ़ियों पर बैठी हुई हैं।
टंकी पर चढ़ी कंचन और मनीषा ने ऊपर से ही पुलिस के नाम एक पत्र भिजवाया। जिसमें लिखा है कि अगर कोई भी टंकी पर चढ़ने की कोशिश करेगा तो वह कूद जाएंगी। जिसके जिम्मेदार एम्स प्रशासन और निदेशक प्रोफेसर रविकांत होंगे।
डेढ़ दर्जन से अधिक युवतियां टंकी की सीढ़ियों पर बैठी
एम्स में कार्यरत आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को एम्स प्रशासन द्वारा लगातार नौकरियों से निकाले जाने के परिणाम स्वरूप आज सुबह दो युवतियां रेलवे स्टेशन स्थित पानी की टंकी पर चढ़ गईं। वहीं उनके समर्थन में डेढ़ दर्जन से अधिक युवतियां टंकी की सीढ़ियों पर बैठी हैं।
इस घटना से स्थानीय प्रशासन के हाथ-पैर फूल गए हैं। बता दें कि विगत 15 अप्रैल को दाताराम ममगांई एम्स की इमरजेंसी बिल्डिंग की छत पर पेट्रोल की बोतल लेकर चढ़ गए थे। जिनके विरुद्ध पुलिस ने मुकदमा दर्ज किया था।
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आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का धरना 62वें दिन भी जारी
वहीं आउटसोर्सिंग संघर्ष मोर्चा के दीपक रयाल का कहना है कि उनका आंदोलन तब तक जारी रहेगा। जब तक निकाले गए सभी कर्मचारियों को एम्स प्रशासन बहाल नहीं करेगा। उधर, ऋषिकेश व राजमार्ग पर एम्स के विरुद्ध आउटसोर्सिंग कर्मचारियों का धरना आज 62वें दिन भी जारी रहा।
कंचन कुमारी 29 वर्ष निवासी आवास विकास कॉलोनी, मनीषा वर्मा 28 वर्ष टंकी पर चढ़ी हैं। उनके समर्थन में राधा राणा, मोनिका, प्रतिभा, साधना, ममता, शिवानी, सरिता, पूजा, सुमन वर्मा, शोभा चौहान, लक्ष्मी नेगी, राजबाला, अनिता भण्डारी, सरवेशरी, प्रतिभा टंकी की सीढ़ियों पर बैठी हैं।
हसीलदार रेखा आर्य के नाम एक पत्र भेजा
आंदोलनकारी महिलाओं का कहना है कि मनीषा वर्मा तथा उसके पति सतीश चंद चंचल को एक साथ नौकरी से निकाला गया है। सुबह करीब आठ बजे टंकी पर चढ़ी युवतियों ने तहसीलदार रेखा आर्य के नाम एक पत्र भेजा।
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जिसमें लिखा है कि एम्स की छत पर चढ़े दाता राम ममगांई को एम्स प्रशासन ने झूठा आश्वासन देकर नीचे उतारा था। मगर वह इनके झूठे आश्वासन पर नहीं आने वाली हैं। उन्होंने कहा कि यहां से उनकी लाश जाएगी। घटना की सूचना पाकर तहसीलदार रेखा आर्य घटनास्थल पर पहुंचीं। वहीं इस दौरान निष्कासित कर्मचारियों द्वारा एम्स प्रशासन मुर्दाबाद के लगाए गए।