एक बड़ी सफलता ! नासा ( NASA) के हबल ने खोजा ऐसा ग्रह जहां पानी भाप के रूप में हैं मौजूद…

भारत का सबसे बड़ा मिशन चंद्रयान -2 अब अपनी मंजिल पर पूरी तरह से पहुंच चुका हैं. वहीं पहली बार अन्तरिक्ष एजेंसी नासा(NASA) के हबल ने दूसरा ऐसा ग्रह की खोज की हैं जहां पानी भाप के रूप में मौजूद है.

खबरों के मुताबिक नासा का मानना हैं की इस ग्रह का नाम K2-18B है. यह पृथ्वी से आकार में बड़ा है और इसकी गुरुत्वाकर्षण शक्ति भी पृथ्वी से ज्यादा है. इसके अलावा इस ग्रह पर पृथ्वी जैसा वायुमंडल भी है. यह भी उम्मीद है कि इस पथरीले ग्रह पर पानी के बड़े और गहरे स्रोत हों. इसलिए वैज्ञानिक इसे रहने योग्य ग्रह मान रहे हैं.

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वहीं यूनिवर्सटी कॉलेज ऑफ लंदन के स्पेस एक्सोकेमिस्ट्री डाटा के अंतरिक्ष विज्ञानियों ने बताया कि हमने नासा के हबल टेलीस्कोप से मिली तस्वीरों और डेटा का एनालिसिस करने के बाद ये नतीजे निकाले हैं. K2-18B ग्रह पृथ्वी से 110 प्रकाश वर्ष दूर लियो नक्षत्र में है. यह पहला ऐसा ग्रह है जिसपर पानी और वायुमंडल दोनों हैं. हमारे अध्ययन में यह भी पता चला है कि वहां की पथरीली जमीन पर पानी के बड़े और गहरे जलस्रोत भी हैं.

दरअसल यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ लंदन के वैज्ञानिकों ने कहा कि K2-18B ग्रह पर उच्च-स्तर का रेडिएशन भी हो सकता है. K2-18B ग्रह का वजह पृथ्वी से आठ गुना ज्यादा है. इसलिए यह उम्मीद है कि इस ग्रह की गुरुत्वाकर्षण शक्ति भी पृथ्वी की तुलना में ज्यादा है. इस ग्रह के वायुमंडल में हाइड्रोजन और हीलियम भी मिले हैं. इसके अलावा, यह उम्मीद भी है कि इस ग्रह पर यहां पर नाइट्रोजन और मीथेन भी हो, लेकिन अब तक रिसर्च में ऐसी कोई जानकारी नहीं मिली हैं.

 

 

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