छात्रों की प्रतिभा को निखारने और अपने सभी स्कूलों को एक दूसरे से जोड़ने के लिए सीबीएसई की एक नई पहल

लखनऊ। केंद्रीय माध्यमिक बोर्ड ने छात्र एवं छात्राओं की प्रतिभा को निखारने और अपने सभी स्कूलों को एक दूसरे से जोड़ने के लिए नई पहल की है। जिससे सीबीएसई से संबद्धता रखने वाले सभी स्कूल अपनी गतिविधियों एवं संसाधनों को देश के दूसरे विभिन्न स्कूलों से साझा करेंगे। सीबीएसई की इस प्लानिंग को कोलाबोरेटिव लर्निंग हब का नाम दिया गया है।

छात्रों की प्रतिभा को निखारने और अपने सभी स्कूलों को एक दूसरे से जोड़ने के लिए सीबीएसई की एक नई पहल

सीएलएच के तहत देशभर के स्कूलों को हब में बांटा जाएगा। एक हब में पांच या उससे ज्यादा स्कूल शामिल होंगे। एक हब के अंदर आने वाले स्कूल विभिन्न गतिविधियों में एक-दूसरे का सहयोग करेंगे।

छात्रों की प्रतिभा को निखारने और अपने सभी स्कूलों को एक दूसरे से जोड़ने के लिए सीबीएसई की एक नई पहल

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ये स्कूल क्षमता निर्माण में एक-दूसरे की मदद करेंगे, आपस में मिलकर संयुक्त गतिविधियां कराएंगे। इन स्कूलों के बीच शैक्षिक आदान प्रदान के कार्यक्रम भी होंगे। इससे छात्रों को सीखने के लिए ज्यादा अवसर मिल सकेंगे।

सभी स्कूल हब अपने आसपास में स्थित औद्योगिक इकाइयों, कारखानों, प्रशासकीय मुख्यालयों, सुरक्षा सेवाओं, उच्च शिक्षा के संस्थानों और बिजनेस हाउस से भी जुड़ेंगे। आधारभूत ढांचा और शिक्षकों की कमी की वजह से किसी स्कूल में पढ़ाई प्रभावित नहीं होगी। किसी स्कूल में अगर शिक्षक की कमी है तो उसकी पूर्ति दूसरे स्कूल से की जा सकेगी।

स्कूल हब आपस में खेलकूद की सुविधाओं, प्रयोगशालाओं, सभागारों को भी आपस में साझा करेंगे। प्रधानाचार्यों और शिक्षकों के लिए प्रशिक्षण का आयोजन करने के साथ-साथ खेलकूद और सांस्कृतिक कार्यक्रमों, विज्ञान प्रदर्शनियों और क्विज का भी आयोजन होगा।

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स्कूल हब को छात्रों के लिए कुछ अहम मामलों जैसे सुरक्षा और सलामती, ऊर्जा और जल संरक्षण, पर्यावरण, डिजिटल नवाचार और मूल्यों एवं नेतृत्व कौशल पर सेमिनारों के लिए भी प्रोत्साहित किया जाएगा।

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