विवादिय बयान के चलते चुनाव आयोग के निशाने पर आजम खान और मेनका गांधी, चुनाव प्रचार पर लगाया बैन

नई दिल्ली। आचार संहिता उल्लंघन के मामले को लेकर चुनाव आयोग किसी भी नेता या राजनीतिक दल को बख्शने के मूड में नहीं है। यही कारण है कि उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ और बसपा सुप्रीमो मायावती के चुनाव प्रचार पर बैन लगाने के बाद अब चुनाव आयोग ने फिर से दो दिग्गज नेताओं पर अपना डंडा चलाया है। इस चुनाव आयोग के निशाने पर सपा नेता आजम खान और सुल्तानपुर से भाजपा प्रत्याशी मेनका गांधी हैं।

विवादिय बयान के चलते चुनाव आयोग के निशाने पर आजम खान और मेनका गांधी, चुनाव प्रचार पर लगाया बैन

चुनाव आयोग ने आजम खान और मेनका गांधी के चुनाव प्रचार पर भी रोक लगा दी है। आजम खान के प्रचार को 72 घंटे के लिए बैन किया गया है। तो वहीं मेनका गांधी पर विवादित बयान देने के चलते 48 घंटे के लिए चुनाव प्रचार पर बैन लगाया गया है। इन दोनों नेताओं पर यह बैन 16 अप्रैल की सुबह 10 से लागू होगा। इस दौरान यह दोनों नेता किसी भी तरह की चुनावी रैली में न तो शामिल हो पाएंगे और न ही अपनी पार्टी के लिए चुनाव प्रचार कर पाएंगे।

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आजम की फिसली जुबान

रामपुर लोकसभा सीट से सपा प्रत्याशी आजम खान ने बीते सोमवार को भाजपा प्रत्याशी जया प्रदा का नाम लिए बिना आपत्तिजनक बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि ‘जिसे हम उंगली पकड़कर रामपुर लाए, आपने 10 साल जिनसे प्रतिनिधित्व कराया, उसकी असलियत समझने में आपको 17 साल लगे और मैं 17 दिन में ही पहचान गया कि इनका अंडरवियर खाकी रंग का है’।

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वहीं सुल्तानपुर लोकसभा सीट से भाजपा प्रत्याशी मेनका गांधी ने भी जिले में चुनावी रैली के दौरान विवादिय बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि जिस इलाके से सबसे ज्यादा वोट मिलेंगे, सबसे पहले उसी का काम होगा। इसके अलावा जिन इलाकों से कम वोट मिलेंगे, उनका नंबर सबसे अंत में आएगा। इसके अलावा उन्होंने एक अन्य रैली में मुस्लिम समाज को लेकर भी विवादित बयान दिया था।

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