उत्तर प्रदेश: हाथरस काण्ड के चारों आरोपितों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म, हत्या, छेड़छाड़ व एससी-एसटी एक्ट के तहत चार्जशीट दाखिल

कोरोना काल में भी उत्तर प्रदेश को बेहद चर्चा में लाने वाले हाथरस जिले के चंदपा थाना क्षेत्र के बुलगढ़ी गावं में दलित युवती के साथ कथित सामूहिक दुष्कर्म और उसकी मृत्यु के मामले की जांच कर रही सीबीआई की टीम ने लंबी पड़ताल के बाद अपनी रिपोर्ट तैयार कर ली है। सीबीआई की एक टीम हाथरस की एससी-एसटी कोर्ट पहुंची है। जांच अधिकारी सीमा पाहुजा चार्जशीट दाखिल करने पहुंची है।

अधिवक्ता मुन्ना सिंह पुंडीर बताया कि चारों आरोपितों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की गई है। गावं से ही पीड़िता के भाई और भाभी को भी कोर्ट लाया जाएगा। इनको लेकर सीआरपीएफ गावं में उनके घर से निकली है। इससे पहले हाथरस में सीबीआई के कैंप कार्यालय पर ताला लगा था। टीम के सदस्य गाजियाबाद से सीधा हाथरस पहुंचे। इसके साथ ही सीबीआई पीड़िता के भाई को पूछताछ के लिए गुजरात भी लेकर जा सकती है। इस केस में पीड़िता के भाई की ओर से ही एफआईआर दर्ज कराई गई थी।

हाथरस के बूलगढ़ी गावं के कथित सामूहिक दुष्कर्म काण्ड की जांच में करीब ढाई महीने से जुटी सीबीआई आज हाथरस के कोर्ट एससी-एसटी कोर्ट में आरोप पत्र दाखिल करने पहुंची है। सीबीआई ने दो दिन पहले हाईकोर्ट की लखनऊ खंडपीठ में सुनवाई के दौरान 18 दिसंबर को चार्जशीट दाखिल करने की बात कही थी।

आपको बता दें कि बूलगढ़ी कांड के चारो आरोपितों के गांधीनगर में पॉलीग्राफ टेस्ट हो चूका है। इसके साथ ही जांच एजेंसी ने बूलगढ़ी गावं में सीन रिक्रिएशन करने के साथ ही यहां पर हर स्तर की पड़ताल कर चुकी है। अभी भी सीबीआई गावं में मृतका के भाई और घटना स्थल वाले खेत के मालिक का पॉलीग्राफ करने के प्रयास में है। फिलहाल अभी तक दोनों इंकार कर रहे हैं।

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