उत्तरकाशी में बढ़ रहा वायरल फीवर का प्रकोप
नितिन रमोला
उत्तरकाशी। इन दिनों उत्तरकाशी में लोग वायरल फीवर की चपेट में हैं। हर दिन ओपीडी के औसतन 450 मरीजों में से 60 फीसदी मरीज केवल वायरल फीवर और जलजनित बीमारियों के आ रहे हैं। भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ रही है। वायरल की चपेट में आने वालों में बच्चों की संख्या अधिक है।
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उत्तरकाशी के विभिन्न क्षेत्रों में स्वच्छ पेयजल की आज भी समुचित व्यवस्था नहीं है। ग्रामीण प्राकृतिक पेयजल स्त्रोतों व नदी नालों के पानी को पेयजल के उपयोग में ला रहे हैं। बरसात में पानी के प्रदूषित होने के कारण ग्रामीण डायरिया, पीलिया टाइफाइड तथा वायरल फीवर की चपेट में हैं। साथ ही रुक-रुक कर हो रही बारिश से मौसम में आ रहे बदलाव का असर लोगों की सेहत पर पड़ रहा है। इन दिनों उत्तरकाशी के जिला अस्पताल में प्रति दिन 450 ओपीडी हो रही है, जो सामान्य दिनों की तुलना में 200 अधिक है, जो संख्या बढ़ी है वह जलजनित बीमारियों के रोगियों की है।
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चिकित्सकों के अनुसार जिला अस्पताल में पिछले तीन सप्ताह से हर दिन तकरीबन 70 फीसद मरीज केवल वायरल फीवर के आ रहे हैं, जिसमें अधिकांश मरीज वायरल फीवर, टाइफाइड, पीलिया, डायरिया के हैं। जिला चिकित्सालय उत्तरकाशी 80 बेड का है। सभी बेड फुल हैं। जिला अस्पताल में तैनात डॉ. अस्वनी कुमार चौबे ने बताया कि इन दिनों जलजनित बीमारियों से पीड़ित मरीजों की संख्या बढ़ गई है। भले ही अभी स्थिति गंभीर वाली तो नहीं है पर लोगों को पानी, भोजन आदि का ध्यान रखना चाहिए। उन्होंने बताया कि यह वायरल फीवर जैसी बीमारियों का सीजन है। इन बीमारियों से बचने के लिए सभी लोग स्वच्छ व उबला हुआ पानी उपयोग में लाएं। दूषित व बासी भोजन न खाएं।