इस ज़माने में नोटों पर गाँधी नहीं बल्कि होती थी सुभाष चंद्र बोस की फोटो…जानें क्यों…

नोटबंदी का दौर किसने नहीं देखा। अब जब बात नोटों की चली है तो आपको याद दिला दें कि पुराने ज़माने में सरकार 1 लाख का नोट भी चलाती थी। उस समय भले ही गाँधी जी सबसे ज्यादा लोकप्रिय रहे हों। लेकिन नेता जी ने उनको काफी पीछे छोड़ दिया।

आपने एक रुपये से लेकर 2000 रुपये तक के नोट देखें होंगे लेकिन क्या आपने कभी 1 लाख रुपए का नोट देखा है? जी हां, हमारे देश में एक बार 1 लाख रुपए का नोट भी छप चुका है।

इस नोट में सबसे अलग बात जो देखी गई वो ये थी कि इसमें गांधी जी की तस्वीर की जगह सुभाष चंद्र बोस की तस्वीर छपी थी।

सुभाष चन्द्र बोस

ये नोट आजाद हिंद सरकार के जमाने में छापा गया था। नेताजी के चालक रहे कर्नल निजामुद्दीन ने अपने एक इंटरव्यू में इस नोट के बारे में बताया कि इसे सुभाष चन्द्र बोस की आजाद हिंद बैंक द्वारा जारी किया गया था जिसे उस दौरान दस देशों का समर्थन प्राप्त था।

इन 10 देशों में बर्मा, क्रोसिया, जर्मनी, नानकिंग(वर्तमान में चीन), मंचूको, इटली, थाईलैंड, फिलीपिंस और आयरलैंड शामिल थे जिन्होंने बैंक की करेंसी को मान्यता दी थी।

उस दौरान बैंक द्वारा 10 रुपये के सिक्के से लेकर 1 लाख रुपये तक के नोट जारी किये गये थे।

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1 लाख रुपये के नोट को जारी करने वाले बैंक आजाद हिंद की स्थापना साल 1943 में की गई थी।

 

 

बैंक द्वारा 5000 के नोट की जानकारी सार्वजनिक की गई थी जिसका एक नोट आज भी बीएचयू के भारत कला भवन में सुरक्षित है।

1 लाख का नोट की तस्वीर हाल ही में नेताजी की प्रपौत्री राज्यश्री चौधरी ने विशाल भारत संस्थान को उपलब्ध कराई थी।

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