इस मंदिर में मन्नत मांगता तो आज चार्ल्स शोभराज भी आजाद होता…

चार्ल्स शोभराजनीमच। चार्ल्स शोभराज किसी पहचान का मोहताज नहीं। कहते थे कि उसे पकड़ना नामुमकिन है। लेकिन आज चार्ल्स नेपाल की जेल में है। उम्रकैद की सजा काट रहे चार्ल्स के पास अब बच निकलने का कोई रास्ता नहीं बचा। लेकिन हिन्दुस्तान का एक ऐसा शहर भी है, जहां बड़े से बड़े गुनाह के बाद पकड़े जाने पर भी बच निकलने का रास्ता रहता है। इस काम में एक मंदिर गुनाहगारों की मदद करता है।

मध्यप्रदेश के नीमच जिला मुख्‍यालय से 30 किलोमीटर दूर जालीनेर गांव का खाखर देव मंदिर अनोखी वजह से प्रसिद्ध है। यहां आम लोगों के साथ ही अपराधी और कैदी भी पूजा करने आते हैं। माना जाता है कि जो अपराधी जेल से भागना चाहते हैं या फिर जमानत पर छूटना चाहते हैं वो यहां प्रार्थना करते हैं। मन्नत पूरी होने पर फरार हुए कैदी रात के अंधेरे में मंदिर में आकर हथकड़ी चढ़ाते हैं और फिर वहां से भाग निकलते हैं।

बताया जा रहा है इस मंदिर में हथकड़ियां चढ़ाई जाती हैं। ये हथकड़ियां अफीम तस्कर और जेल से भागे कैदी चढ़ाते हैं। जालीनेर के इस नाग मंदिर में ज्यादातर हथकड़ी चढ़ाने वाले अफीम तस्‍कर होते हैं।

मंदिर के पुजारी भी किसी का नाम बताने से डरते हैं। उनका कहना है कि कैदी मन्नत मांगते हैं और पूरी होने पर रात के अंधेरे में चोरी-छुपे हथकड़ी चढ़ाने आते हैं। मंदिर के पुजारी शिवनारायण मेघवाल ने बताया कि करीब 50 साल से मंदिर में हथकड़ी चढ़ाने की परंपरा चली आ रही है।

यहां भले ही अपराधियों की खामोश मौजूदगी बनी रहती है, फिर भी आम लोग पूजा करने मंदिर आते हैं। लोगों की मानें तो अपराधियों के साथ ही नाग देवता अन्य लोगों की भी मनोकामना पूरी करते हैं, जिससे वो डर के बाद भी यहां आते हैं।

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