इस चायनीज एयरक्राफ्ट के आगे बोइंग और एयरबस भी भरते हैं पानी, ये हैं खासियतें

चीन एयरक्राफ्ट नई दिल्ली। बोइंग और एयरबस को टक्कर देने के लिए चीन जल्द ही अपने देसी एयरक्राफ्ट को लाने की तैयारी में है। चीन के एयरक्राफ्ट C919 को CFM इंटरनैशनल ने तैयार किया है जो सफैरन और जनरल इलेक्ट्रॉनिक्स का जॉइंट वेंचर है। चीन का ध्यान उन सेक्टर्स पर है जिसकी मैन्युफैक्चरिंग पर अभी चीन बाकी देशों से पीछे है।

इसी योजना के तहत चीन ने वैश्विक एविएशन मार्केट में बोइंग कॉर्पोरेशन और एयरबस ग्रुप के एकाधिकार को चुनौती देने के मकसद से 168 सीटों वाले इस प्लेन को तैयार किया है। इस प्लेन की खास बात इसका LEAP इंजन है।

पैसेंजर जेट प्रॉजेक्ट चीन के प्रेजिडेंट शी जिनपिंग के चीन में मैन्युफैक्चरिंग बढ़ाने वाले महत्वाकांक्षी प्रॉजेक्ट का हिस्सा है। चीन की सरकार का मानना है कि एयरोस्पेस सेक्टर उन सेक्टरों में से एक है

चीन सरकार के स्वामित्व वाली एयरक्राफ्ट बनाने वाली कंपनी को COMAC ने अक्टूबर में कहा था कि C919  2017 की शुरुआत में उड़ान भरने को तैयार होगा। 2014 में शुरू हुए इस प्रॉजेक्ट में 2 बार देरी हो चुकी है। कंपनी ने अप्रैल के आखिर तक इस प्लेन की टेस्ट फ्लाइट करेगी।

COMAC वैश्विक रूप से 16 कॉर्पोरेशंस का सप्लायर है। इसके साथ ही फ्लाइट कंट्रोल, पावर, फ्यूल और लैंडिंग गियर के लिए कंपनी ने 16 जॉइंट वेंचर्स कर रखे हैं। COMAC ने इस प्लेन की मार्केट वैल्यू 96 बिलियन डॉलर के आसपास आंकी है।

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