दुनिया के इतिहास में नहीं आई इतनी बड़ी और भयानक सुनामी

जकार्ता| इंडोनेशिया के सुंडा स्ट्रेट में आई सुनामी में 43 लोगों की मौत हो गई है जबकि 584 लोग घायल हैं।

देश की आपदा प्रबंधन एजेंसी ने बताया कि दो लोग लापता हैं और सैकड़ों इमारतें क्षतिग्रस्त हो गईं।

‘बीबीसी’ ने अधिकारियों के हवाले से बताया कि क्राकाटाओ ज्वालामुखी में विस्फोट के कारण समुद्र के अंदर की चट्टानें खिसक गईं और उसके बाद सुनामी आई।

जावा और सुमात्रा के द्वीपों के बीच का सुंडा स्ट्रेट जावा सागर को हिंद महासागर से जोड़ता है।

पांडेगलांगस, साउथ लाम्पुंग और सेरांग इलाकों में मौते हुई हैं।

आपदा प्रबंधन एजेंसी ने मृतकों का आंकड़ा बढ़ने की आशंका जताते हुए कहा कि तेज हवाओं के कारण समुद्री में और ऊंची लहरे उठ सकती हैं।

वेस्ट जावा के एनयर बीच पर मौजूद नार्वे के फोटोग्रॉफर ओएस्टीन लुंड एंडरसन ने कहा, “मैं समुद्र तट से विस्फोटित हो रहे क्राकाटोआ ज्वालामुखी की तस्वीरें ले रहा था। मैं अकेला था और मेरे परिवार कमरे में सो रहा था।”

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उन्होंने आगे बताया, “शाम के वक्त ज्वालामुखी में काफी विस्फोट हुए लेकिन समुद्र पर उठीं तेज लहरों से ठीक पहले वहां कोई गतिविधि नहीं हो रही थी। लेकिन अचानक मैंने समुद्र की लहरें आती देखीं और मैं वहां से भागा।”

आपदा एजेंसी के प्रवक्ता द्वारा साझा फुटेज में सुनामी के बाद बाढ़ का पानी सड़कों में बहता नजर आ रहा है।

आपातकाल अधिकारियों ने यह पता लगाना शुरू कर दिया है कि क्या एनाक क्राकाटोआ के कारण सुनामी आई थी।

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