एक फैसले से आरएसएस प्रमुख ने पलट दी मोदी की राजनीति, बन गए पूरे देश के ‘महामहिम’
नई दिल्ली| आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत ने बुधवार को कहा कि वह राष्ट्रपति नहीं बनना चाहते और अगर ऐसा प्रस्ताव आता भी है तो उन्हें स्वीकार नहीं होगा। ऐसी अटकलें लगाई जा रहीं थीं कि आगामी राष्ट्रपति चुनाव में भाजपा उन्हें इस पद के लिए आगे ला सकती है।
आरएसएस प्रमुख का धाकड़ बयान
मोहन भागवत ने कहा कि मैं राष्ट्रपति पद की दौड़ में शामिल नहीं हूं। ये सिर्फ मीडिया में प्रचारित किया जा रहा है। अगर कभी ऐसा कोई प्रस्ताव आता भी है तो मुझे स्वीकार नहीं होगा।
राष्ट्रपति पद की दौड़ में मोहन भागवत का नाम शिवसेना की ओर से शामिल किया गया था। शिवसेना सांसद संजय राउत ने कहा था कि भारत को हिंदू राष्ट्र बनाने के लिए मोहन भागवत राष्ट्रपति पद के लिए अच्छी पसंद होंगे। क्योंकि बेदाग छवि वाले किसी व्यक्ति को इस पर आसीन होना चाहिए।
बता दें कि इस साल जुलाई में आयोजित होने वाले राष्ट्रपति चुनाव में शिवसेना का वोट भाजपा के लिए काफी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करने वाला है।