‘बुरहान वानी की कुर्बानी नहीं जाएगी बेकार, कश्मीर को बना दूंगा भारतीय फौजों का कब्रगाह’

आतंकी सैयद सलाउद्दीननई दिल्ली : कश्मीर में आग लगाने वाला हिजबुल मुजाहिदीन प्रमुख और आतंकी सैयद सलाउद्दीन ने कसम खाई है कि वह किसी भी हालत में कश्मीर विवाद का शांतिपूर्ण राजनीतिक समाधान नहीं निकलने देगा।

आतंकी सैयद सलाउद्दीन ने कहा है कि वह कश्मीरियों को आत्मघाती हमलावर के तौर पर ट्रेनिंग देगा जो घाटी को ‘भारतीय सेनाओं का कब्रगाह’ बना देगा। उसने कहा कि यह लड़ाई अब कश्मीर से बाहर भी जाएगी।

सैयद सलाउद्दीन ने कहा कि कश्मीर का कोई समाधान है तो वह सिर्फ आतंकवाद। एक अंग्रेजी अखबार से बातचीत में उसने कहा, “कश्मीरी नेताओं, वहां के लोगों और मुजाहिदीन को जान लेना चाहिए कि कश्मीर मुद्दे के समाधान का कोई शांतिपूर्ण रास्ता नहीं है”।

उसने कहा कि वहां ‘उद्देश्यपूर्ण सशस्त्र संघर्ष छेड़ने’ के सिवाय कोई विकल्प नहीं है। पाक अधिकृत कश्मीर की राजधानी मुजफ्फराबाद नियंत्रण रेखा से 22 Km. और इस्लामाबाद से 125 Km. दूर झेलम तथा नीलम नदियों के किनारे स्थित है।

आतंकी सैयद सलाउद्दीन डालेगा राजनाथ सिंह के दौरे में खलल!

आतंकी सलाउद्दीन का यह बयान उस समय आया है जब गृह मंत्री राजनाथ सिंह के नेतृत्व में देश की राजनीतिक पार्टियों के प्रतिनिधिमंडल के जम्मू-कश्मीर पहुंचने से ठीक पहले आया है। घाटी में व्याप्त तनाव को खत्म करने के लिए यह सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल रविवार को राज्य का दौरा करेगा।

कश्मीर में कई आतकंवादी हमले करवा चुके सैयद सलाउद्दीन ने कहा कि हिजबुल कमांडर बुरहान वानी के मारे जाने के बाद कश्मीर में आंदोलन महत्वपूर्ण पड़ाव पर पहुंच चुका है। वानी के मारे जाने के दो महीने बाद इलाके से कर्फ्यू नहीं हटाया गया है।

आतंकी सैयद सलाउद्दीन ने कहा कि पूरी घाटी कन्संट्रेशन कैंप में तब्दील हो गई है। उसने कहा, ‘ये कुर्बानियां बेकार नहीं जाएंगी। वे ताकत के इस्तेमाल पर जोर देकर वे अलगाववादियों और आजादी की लड़ाई लड़नेवालों के आंदोलन को मजबूत ही करेंगे।’

उसने कहा कि तब तक कोई भी बातचीत नहीं होगी जब तक भारत कश्मीर को एक ‘विवादित’ नहीं मानेगा। उसने कहा, ‘अगर आप इसे मुद्दा नहीं मानते तो बातचीत की कोई जरूरत नहीं?’

उसने धमकी दी, ‘हमें अपनी ताकत का प्रदर्शन करना होगा। हिजबुल की लड़ाई अब कश्मीर तक सीमित नहीं रहेगा, बल्कि इसकी फैलाई आग पूरे इलाके को अपने लपेटे में लेगी”।

आतंकी सलाउद्दीन ने कहा, ‘बिहार, दिल्ली अगर असम, नागालैंड, हरियाणा, आंध्र प्रदेश और मद्रास के सैनिक हमारे घरों को बर्बाद करते हैं तो हम उनपर आत्मघाती हमले करने और इसे सही उचित मानते हैं।’

कश्मीर में चुनावी प्रक्रिया को धोखा करार देते हुए सलाउद्दीन ने दावा किया कि पूरा इलाका अलगाववादी नेताओं के साथ है। उसने कहा, ‘मेरे हथियार उठाने का प्रमुख कारण जम्मू-कश्मीर में फर्जी और धांधली वाले चुनाव करवाना है।’

बता दें, 1987 में सलाउद्दीन वह जम्मू-कश्मीर विधानसभा का चुनाव लड़ चुका है। तब चुनावी मैदान में उसे मात मिली थी। बाद में वह पाकिस्तान जाकर वहां की सेना तथा ISI की मदद से भारत के खिलाफ आतंकी गतिविधियां चलाने लगा।

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