आज का इतिहास में जानिये। सुभद्रा कुमारी चौहान का जन्म 16 अगस्त, 1904 में हुआ था। वह हिन्दी की सुप्रसिद्ध कवयित्री और लेखिका थीं।
‘चमक उठी सन् सत्तावन में
वह तलवार पुरानी थी
बुंदेले हरबोलों के मुँह
हमने सुनी कहानी थी
ख़ूब लड़ी मरदानी वह तो
झाँसी वाली रानी थी।
वीर रस से ओत प्रोत इन पंक्तियों की रचयिता सुभद्रा कुमारी चौहान को ‘राष्ट्रीय वसंत की प्रथम कोकिला’ का विरुद दिया गया था। यह वह कविता है जो जन-जन का कंठहार बनी। कविता में भाषा का ऐसा ऋजु प्रवाह मिलता है कि वह बालकों-किशोरों को सहज ही कंठस्थ हो जाती हैं। कथनी-करनी की समानता सुभद्रा जी के व्यक्तित्व का प्रमुख अंग है। इनकी रचनाएँ सुनकर मरणासन्न व्यक्ति भी ऊर्जा से भर सकता है। ऐसा नहीं कि कविता केवल सामान्य जन के लिए ग्राह्य है, यदि काव्य-रसिक उसमें काव्यत्व खोजना चाहें तो वह भी है। सुभद्रा कुमारी की काव्य प्रतिभा बचपन से ही सामने आ गई थी। आपका विद्यार्थी जीवन प्रयाग में ही बीता। 1913 में नौ वर्ष की आयु में सुभद्रा की पहली कविता प्रयाग से निकलने वाली पत्रिका ‘मर्यादा’ में प्रकाशित हुई थी।
आज का इतिहास
1997 – अंतर्राष्ट्रीय ख्यातिप्राप्त पाकिस्तानी गायक नुसरत फ़तेह अली ख़ान का निधन।
2000 – वेरेण्टर्स सागर में रूस की परमाणु पनडुब्बी दुर्घटनाग्रस्त।
2003 – लीबिया ने लाकरवी बम विस्फोट की ज़िम्मेदारी ली।
2004 – आस्ट्रेलियाई और अमेरिकी टीम ने ओलम्पिक नौकायन में विश्व रिकार्ड क़ायम किया।
2006 – संयुक्त राष्ट्र परिषद ने हैती में अपने अभियान की अवधि को 6 माह के लिए बढ़ाया।
2008 – जम्मू में हिजबुल के तीन आतंकवादी मारे गए।
कांगो में तैनात 125 भारतीय पुलिस अफ़सरों क संयुक्त राष्ट्र शांति पुरस्कार से सम्मानित किया गया।
16 अगस्त को जन्मे व्यक्ति
1904 – सुभद्रा कुमारी चौहान – स्वतंत्रता सेनानी, कवयित्री, कहानीकार।
1970 – सैफ़ अली ख़ान
1970 – मनीषा कोइराला
16 अगस्त को हुए निधन
1997- नुसरत फ़तेह अली ख़ां – मुस्लिम सूफ़ी भक्ति संगीत की विधा क़व्वाली के महानतम गायक।
16 अगस्त के महत्त्वपूर्ण अवसर एवं उत्सव
पांडिचेरी विलय दिवस (भारत)