आखिर क्यों मानते हैं Father’s Day, क्या थी इसकी कहानी ! देखें …

Father’s Day 2019: बात 1909 की है. सोनोरा लुईस स्मार्ट डॉड (Sonora Louise Smart Dodd) नाम की 16 साल की लड़की ने फादर्स डे (Father’s Day) मनाने की शुरुआत की.

दरअसल, जब वो 16 साल की थी तब उसकी मां उसे और उसके पांच छोटे भाइयों को छोड़कर चली गईं.

सोनोरा और भाइयों की जिम्मेदारी उसके पिता पर आ गई. एक दिन 1909 में वह मदर्स डे (Mother’s Day) बारे में सुन रही थी, तभी उसे महसूस हुआ कि ऐसा एक दिन पिता के नाम भी होना चाहिए.

सोनोरा ने फादर्स डे (Father’s Day) मनाने के लिए एक याचिका दायर की. उसमें सोनोरा ने कहा कि उसके पिता का जन्मदिन जून में आता है इसलिए वो जून में ही फादर्स डे मनाना चाहती है.

 

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इस याचिका के लिए दो हस्ताक्षरों की जरुरत थी. इस वजह से उसने आस-पास मौजूद चर्च के सदस्यों को भी मनाया.

लेकिन फादर्स डे मनाने की मंजूरी नहीं मिली. लेकिन सोनोरा ने फादर्स डे (Fathers Day) मनाने की ठान ली थी, इसके लिए यूएस तक में कैंपेन किया. इस तरह 19 जून 1910 को पहली बार फादर्स डे मनाया गया.

वहीं, मदर्स डे 1914 में बतौर नेशनल हॉलिडे मनाया जाने लगा था. लेकिन 1972 तक फादर्स डे को राष्ट्रिय अवकाश घोषित नहीं किया गया था.

आगे सालों में प्रेज़िडेंट वुड्रो विल्सन, कैल्विन कॉलिज और लिंडन बी जॉनसन सभी ने पिता के समर्पित इस दिन को राष्ट्रिय अवकाश घोषित करने के बारे में लिखा. आखिरकार साल 1970 में, राष्ट्रपति रिचर्ड दस्तखत कर अपनी रज़ामंदी दी.

धीरे-धीरे फादर्स डे मनाने का ट्रेंड पूरी दुनिया में फैला. अब हर घर में हर फादर्स डे बहुत ही प्यार के साथ मनाया जाता है.

 

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