स्वस्थ जिंदगी जीनी है तो प्रयोग में लायें काला नमक
एजेंसी/ भारतीय काला नमक एशिया के कुछ हिस्सों में विशेष रूप से हिमालय पर्वत की चोटियों के आसपास कई पीढ़ियों से एक मसाले की तरह इस्तेमाल किया जाता रहा है. यह मूल रूप से भारत के उत्तर और पाकिस्तान या सांभर या डीडवाना के नमक के पानी से प्राप्त हुआ था.
भारतीय काला नमक आयुर्वेदिक चिकित्सा में एक ठंडे मसाले के रूप में माना जाता है और इसे कब्ज, पेट की ख़राबी, सूजन, पेट फूलना, गण्डमाला, हिस्टीरिया के साथ साथ कमज़ोर नेत्र दृष्टि वाले लोगो के लिए सिफारिश किया जाता है.
नमक की तुलना में काले नमक मे सोडियम की मात्रा कम होती है. यही कारण है की भारत मे उच्च रक्तचाप की वजह से कम नमक खाने वाले लोगों के आहार में काला नमक को शामिल करने की सिफारिश की जाती है.
अगर आपको स्वस्थ जिंदगी जीनी है तो रोज सुबह काला नमक और पानी मिला कर पीना शुरु कर दें. जी हां, इस घोल को सोल वॉटर कहते हैं, जिससे आपकी ब्लड शुगर, ब्लड प्रेशर, ऊर्जा में सुधार, मोटापा और अन्य तरह की बीमारियां झट से ठीक हो जाएंगी.
अन्य फायदे:
* पाचन दुरस्त करे.
* त्वचा की समस्या जैसे एक्ने से लड़ता है.
* हड्डी को मजबूत करता है.
* वजन घटने में सहायक.
* अगर आपकी त्वचा रूखी है और बहुत खुजली हो रही है तो काले नमक के पानी से नहाना आपको बहुत लाभ पहुंचाएगा.