
नई दिल्ली| ऑस्ट्रेलिया के वैज्ञानिकों ने मलेरिया का इलाज करने के लिए ऐसा पदार्थ खोज निकाला है जो लीवर को संक्रमित करने वाले रोगाणुओं को खत्म कर सकता है। चिकित्सा विशेषज्ञों का मानना है कि इस अहम खोज से मलेरिया का टीका तैयार करने में वे एक कदम और नजदीक आ गए हैं।
समाचार एजेंसी सिन्हुआ के मुताबिक ऑस्ट्रेलियन नेशनल यूनिवर्सिटी के शोधकर्ताओं ने कोशिकाओं पर नजर रखी और एक ऐसे यौगिक को खोज निकाला जो लीवर को संक्रमित करने वाले रोगाणुओं को खत्म करता है।
मलेरिया से हर साल गर्म मौसम वाले अफ्रीका और एशिया के देशों में करीब पांच लाख लोगों की मौत हो जाती है, लेकिन मुख्य शोधकर्ता हैले मैकनामारा का कहना है कि इस खोज से शरीर में संक्रमणों से लड़ने वाली रोग-प्रतिरोधक कोशिकाओं ‘टी-सेल्स’ से जुड़े रहस्य को जानने में मदद मिलेगी।
मैकनामारा ने सोमवार को कहा, हमें पता है कि टी सेल अधिकांश संक्रमणों से हमें बचा सकते हैं। लेकिन अब तक हम यह अच्छी तरह नहीं समझ सके हैं कि ये टी सेल विषाणुओं से संक्रमित दुर्लभ कोशिकाओं या मलेरिया के रोगाणुओं को कैसे खोज निकालते हैं।
उन्होंने कहा, हमने पता लगाया है कि ‘एलएफए-1’ नाम के इस यौगिक की अनुपस्थिति में ये टी-कोशिकाएं काम नहीं करतीं। इस यौगिक के बिना टी-कोशिकाएं तेजी से एक जगह से दूसरी जगह नहीं जा पातीं और मलेरिया के रोगाणु को प्रभावी तरीके से खत्म नहीं कर पातीं हैं। लेकिन इस खोज से हमे कामयाबी की ओर बढ़ने का रास्ता मिला है। जल्द ही और नतीजे सामने आएंगे।