
लखनऊ : सरकारी स्वास्थ्य उपकेंद्रों पर मरीजों की जान से खिलवाड़ हो रहा है। यहां स्टाफ के बजाय उनके परिजन ड्यूटी कर रहे हैं। ऐसे ही एक मामला राज्यमंत्री स्वाति सिंह ने छापामरी में पकड़ा, जहां एएनएम मम्मी की जगह बेटी नौकरी कर रही थी। वहीं उपकेंद्र में कंडा व लकड़ी भरी मिली।
परिवार कल्याण राज्य मंत्री स्वाती सिंह बुधवार को सरोजनीनगर क्षेत्र में एक कार्यक्रम में शिकरत करने गई थीं। इस दौरान जैतीखेड़ा गांव के लोगों ने स्वास्थ्य उपकेंद्र की दुर्दशा की शिकायत की। ग्रामीणों ने कहा कि उपकेंद्र कभी भी समय से नहीं खुलता है, वहीं तैनात एएनएम ड्यूटी करने भी नहीं आती है। इस पर मंत्री ने स्वास्थ्य उपकेंद्र पर छापा मारा।
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शाम चार बजे पहुंची मंत्री को उपकेंद्र पर ताला लटकता मिला। सूचना मिलने पर एएनएम की बेटी ने पहुंचकर ताला खोला। मंत्री ने पूछा तुम्हीं एएनएम हो, तो उसने खुद को उनकी बेटी बताया। मंत्री स्वाति सिंह ने कहा कि ग्रामीणों के सामने उसने खुद स्वास्थ्य केंद्र पर ड्यूटी करने की बात कबूली। इसके बाद एएनएम पर कार्रवाई का निर्देश दिया गया।
नर्स के ड्यूटी पर न आने से स्वास्थ्य उपकेंद्र दुर्दशा का शिकार हो गया था। दवाओं से लेकर सामान्य उपकरणों तक का अभाव था। यही नहीं साफ सफाई की व्यवस्था भी चौपट थी। यहां उपकेंद्र में कंडे व लकड़ियां भरी थीं। उपकेंद्र पर एएनएम के न रहने से गर्भवती महिलाओं का एएनसी चेकअप तक नहीं हो पाता था। ऐसे में उन्हें सीएचसी तक भटकना पड़ता था। वहीं बच्चों का टीकाकरण भी बाधित चल रहा था।