मणिपुर में भारी बारिश से भूस्खलन, नदियां उफान पर
इंफाल। मणिपुर राज्य के पहाड़ी जिलों में पिछले कुछ दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश की वजह से भूस्खलन, नदियों का उफनना और निचले इलाकों का जलमग्न होना शुरू हो गया है। अधिकारियों ने रविवार को बताया कि सड़क संपर्क बाधित होने की वजह से तमेंगलान्ग जिला अलग-थलग पड़ गया है।
मणिपुर में भारी बारिश
कई स्थानीय लोग चावल व अन्य उपभोक्ताओं वस्तुओं की कमी से जूझ रहे हैं। कई बार भूस्खलन होने से सड़क मार्ग अवरुद्ध हो जाने के चलते कई वाहन फंसे हुए हैं। बॉर्डर रोड ऑर्गेनाइजेशन एवं लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) को राष्ट्रीय व राजमार्गो से मलबा हटाना बाकी है।
अधिकारियों ने मूसलाधार बारिश जारी होने के मद्देनजर भूस्खलन की और घटनाएं सामने आने की चेतावनी दी है। राष्ट्रीय राजमार्ग 37 के अवरुद्ध होने से असम राज्य से विभिन्न उत्पादों की आपूर्ति नहीं हो सकती।
तेंग्नौपल उपखंड (मणिपुर) में भारी बारिश के बाद ट्रांस एशियन हाईवे में कई जगह दरारें पड़ने की वजह से मोरेह में वैध सीमा व्यापार स्थगित कर दिया गया है। बिष्णुपुर जिले में कई फिश फार्म में बाढ़ का पानी घुसने से किसानों को भारी नुकसान पहुंचा है।
थौबल जिले में नदियां उफन गई हैं और कई आवासीय इलाके जलमग्न हो गए हैं। थौबल नदी भी खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। इंफाल और इसके आसपास के इलाकों में स्कूल, बाजार व अन्य निचले इलाकों में पानी भर गया है।
अधिकारियों को डर है कि अगर बारिश यूं ही जारी रही, तो नागालैंड से होकर गुजरने वाले राष्ट्रीय राजमार्ग-दो से लगती जगहों पर भूस्खलन हो जाएगा। परिणामस्वरूप मणिपुर अलग-थलग पड़ जाएगा और उपभोक्ता सामान व ईंधन सहित अन्य जरूरी चीजें राज्य में नहीं लाई जा सकेंगी।