बोया मोदी निकला मनमोहन,…..और भरी पड़ा दिग्विजय को
नई दिल्ली। कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव दिग्विजय सिंह को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधना महंगा पड़ गया। इस बात को लेकर सोशल मीडिया पर उनकी जमकर खिचार्इ हो रही है।
दरअसल, दिग्विजय सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी के उरी हमलें को लेकर दिए बयान को लेकर एक ट्वीट किया था। उनका यह ट्वीट उलटा पड़ते हुए नजर आ रहा है। दिग्विजय सिंह ने ट्वीट में लिखा- मोदी के समर्थक उनके भाषणों से असंतुष्ट हैं और सोशल मीडिया यूजर्स कह रहे हैं, ‘बोया मोदी, निकला मनमोहन।’
Even Modi's supporters disappointed with his speech, social media users said, "sowed Modi, reaped Manmohan" https://t.co/S5wvJSj0wv
— digvijaya singh (@digvijaya_28) September 25, 2016
दिग्विजय सिंह के इस ट्वीट पर यूजर्स ने उनकी जमकर खिंचाई की। इसको लेकर एक यूजर ने उनके ट्वीट पर रि-ट्वीट करते हुए लिखा- दिग्विजय सिंह आप मानते हैं मनमोहन सिंह वादे निभाने न चलते निराश है… राइट? एक दूसरे यूजर ने लिखा- देखिए क्या हाल हो गया है कांग्रेसियों का मोदी विरोध में… ये मनमोहन जी की तारीफ है या मजाक।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की ओर से उरी हमले को लेकर दिए गए बयान पर निशाना साधते हुए रविवार को दिग्विजय सिंह ने ट्विटर पर लिखा- ‘मोदी जी ने अपनी जबानी मिसाइलों से पाकिस्तान को तबाह कर दिया। जागो भक्तों जागो। मोदी बदल गया है!’ उन्होंने आगे लिखा- मोदी ने केरल में जाकर पाकिस्तान को करारा जवाब 56 इंच के सीने वाले की तरह नहीं बल्कि 56 इंच जबान वाले की तरह से दिया। एक फोटो ट्वीट कर लिखा- तिरंगे के लिए प्यार प्रधानमंत्री बनने के बाद आया। देश बदले या न बदले मोदी बदल रहा है या बदल गया है।
इस दौरान कांग्रेस महासचिव दिग्विजय सिंह ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए किए ट्वीट में फोटो शेयर करने के साथ लिखा- शर्मनाक सत्य। मोदी राज्य में गरीब और किसानों के पास इसके (सुसाइड) अलावा कोई विकल्प नजर नहीं आता।
मालूम हो कि, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी उरी हमले के बाद पहली बार केरल में शनिवार को एक रैली के दौरान पाकिस्तान पर जमकर बरसे थे । उन्होंने कहा था, कि पाकिस्तान दुनिया में आतंकवाद का एक्सपोर्टर है। वह एशिया को रक्तरंजित बनाने में लगा हुआ। उन्होंने साथ ही साफ किया कि उरी में शहीद हुए 18 जवानों का बदला लिया जाएगा। साथ ही पाक को चुनौती दी कि उसमें हिम्मत है तो वह गरीबी, बेरोजगारी, अशिक्षा के मुद्दे पर मुकाबला करके दिखाए।