बिहार: दलितों के 21 घरों में लगाई गई आग, कांग्रेस का एनडीए पर जंगलराज का प्रहार, मायावती ने कह दिया ये

शुरुआत में बताया गया था कि बुधवार रात की इस घटना में 80 से अधिक घर जलकर खाक हो गए, लेकिन बिहार पुलिस ने यह संख्या 21 बताई है।

बिहार के नवादा जिले में दलित बस्ती में कथित तौर पर भूमि विवाद को लेकर उपद्रवियों ने 20 से अधिक घरों में आग लगा दी। पुलिस ने बताया कि मुख्य संदिग्ध समेत 15 लोगों को गिरफ्तार किया गया है, जबकि आरजेडी और कांग्रेस ने इस घटना को बिहार में व्याप्त “जंगल राज” का एक और सबूत बताया है।

शुरुआत में बताया गया था कि बुधवार रात की इस घटना में 80 से अधिक घर जलकर खाक हो गए, लेकिन पुलिस ने यह संख्या 21 बताई है। किसी भी तरह की हिंसा को रोकने के लिए इलाके में बड़ी संख्या में पुलिस बल तैनात किया गया है। ग्रामीणों का आरोप है कि बदमाशों ने उनकी बस्ती में घुसकर कई दलित परिवारों की पिटाई की। इसके बाद घरों में आग लगा दी गई और हवा में गोलियां भी चलाई गईं।

हालांकि, पुलिस अधीक्षक अभिनव धीमान ने हवाई फायरिंग की खबरों से इनकार करते हुए कहा कि पुलिस को कोई गोला नहीं मिला है। उन्होंने यह भी कहा कि घटना में कोई घायल नहीं हुआ है।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नवादा की घटना के संबंध में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) को व्यक्तिगत रूप से घटनास्थल का दौरा करने और जांच की निगरानी करने का निर्देश दिया। मामले की आगे की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का भी गठन किया गया है। सरकार ने कहा कि दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। मायावती, राहुल गांधी ने बिहार सरकार पर निशाना साधा

जदयू-भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने कहा कि यह घटना दलितों और वंचितों के प्रति सरकार की “पूर्ण उदासीनता” को दर्शाती है गांधी ने ट्वीट किया, “नवादा में महादलितों की पूरी बस्ती को जला देना बिहार में बहुजनों के खिलाफ अन्याय की भयावह तस्वीर को उजागर करता है।”

उन्होंने आगे कहा, “ऐसे अराजक तत्व भाजपा और उसके एनडीए सहयोगियों के नेतृत्व में पनाह पाते हैं। वे बहुजनों को डराते-धमकाते हैं और दबाते हैं ताकि वे अपने सामाजिक और संवैधानिक अधिकारों की मांग भी न कर सकें…प्रधानमंत्री की चुप्पी इस बड़ी साजिश की मंजूरी की मुहर है।” बसपा प्रमुख मायावती ने बिहार सरकार से दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई और गरीब पीड़ितों के पुनर्वास के लिए वित्तीय सहायता की मांग की।

मायावती ने ट्वीट किया, “बिहार के नवादा में दबंगों द्वारा गरीब दलितों के कई घरों को जलाकर उनका जीवन बर्बाद करने की घटना अति-दुःखद व गम्भीर है। सरकार दोषियों के विरुद्ध सख्त कानूनी कार्रवाई करे तथा पीड़ितों के पुनर्वास के लिए पूरी आर्थिक मदद भी करे।”

बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और राजद नेता तेजस्वी यादव ने कहा कि दलितों के खिलाफ अत्याचार बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और उन्होंने मुख्यमंत्री से अपनी ‘नींद’ से जागने और अपनी चुप्पी तोड़ने को कहा। उन्होंने कहा, “बिहार में तीसरी सबसे बड़ी पार्टी के मुख्यमंत्री ने महीनों से बोलना बंद कर दिया है… एनडीए को बिहार की नहीं, बल्कि अपराधियों की चिंता है।”

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