
रीवा। मध्यप्रदेश के रीवा जिले में बजरंग दल से जुड़े कुछ युवाओं ने ईसाई समाज के पास्टर व उसके साथी पर धर्म परिवर्तन कराने का आरोप लगाते हुए उन्हें अगवा कर जंगल में ले गए और जमकर मारपीट करने के बाद पेड़ से बांध दिया। इन दोनों की पूरी रात जंगल में गुजरी। शुक्रवार सुबह पुलिस ने उन्हें छुड़ाया।
बजरंग दल ने लगाया धर्मांतरण का आरोप
पीड़ित पास्टर रामलाल कोरी ने शुक्रवार को बताया कि वह मऊगंज में नंदलाल के घर पर प्रभु यीशु की प्रार्थना कराते हैं। गुरुवार की रात नंदलाल के ससुर के निधन की खबर आने पर दोनों मोटरसाइकिल से गडरा गांव गए, जो शाहगंज थाना क्षेत्र में आता है। रामलाल व नंदलाल दोनों उस क्षेत्र में थे, तभी बजरंग दल से जुड़े लोग आ गए और उनसे मारपीट करने लगे।
कोरी का कहना है कि बजरंग दल के कार्यकर्ता उन्हें घसीटते हुए जंगल में ले गए, मारपीट की और पेड़ से बांध दिया। देर रात को उनकी पत्नी ने पुलिस को अपहरण की सूचना दी तो पुलिस बल ने मौके पर पहुंचकर उन्हें व नंदलाल को छुड़ाया।
कोरी का कहना है कि हिंदूवादी संगठन से जुड़े लोग उन पर धर्मांतरण का आरोप लगाते हैं, जबकि वे इस तरह की किसी भी गतिविधि में लिप्त नहीं हैं। पुलिस मामले की जांच कर रही है।