पोषण और सेहत को ऐसे रखें बरकरार…

पोषण और सेहतनई दिल्ली| इंडियन डायरेक्ट सेलिंग एसोसिएशन (आईडीएसए) ने पोषण और सेहत उत्पादों में काम कर रही कंपनियों के लिर फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्डस अथॉरिटी ऑफ इंडिया (एफएसएसएआई) द्वारा घोषित नए मानकों का स्वागत किया है। आईडीएसए ने कहा कि यह देश में खाद्य नियमों की ओर एक महत्वपूर्ण कदम है। यह उपभोक्ताओं में आत्मविश्वास भी लाएगा और बड़े स्तर पर प्रत्यक्ष बिक्री उद्योग के लिये जरूरी पारदर्शिता प्रदान करेगा।

पोषण और सेहत

आईडीएसए के महासचिव अमित चड्ढा ने कहा, “ये अधिनियम विशेष आहारीय उद्देश्यों के लिए प्रयोग किए जाने वाले हेल्थ सप्लीमेंट्स, न्यूट्रास्यूटिकल और अन्य उत्पादों में बहुप्रतीक्षित पारदर्शिता लेकर आए हैं। ये निस्संदेह भारतीय उपभोक्ताओं को अंतराष्ट्रीय मानकों वाले उत्पाद प्रस्तुत करने हेतु आईडीएसए की सदस्य कंपनियों के लिए अवरोधों को दूर करेंगे। पारदर्शिता की कमी के कारण, हमारी सदस्य कंपनियों ने ऐसे कुछ उत्पादों को रोक रखा है, जो वे भारतीय बाजार में उतारना चाहती हैं। ये अधिनियम भारतीय बाजार द्वारा इन उत्पादों का अनुभव लेने हेतु द्वार खोलते हैं क्योंकि ये इकाइयां अब अपने इन नए उत्पादों को बाजार में उतार सकती हैं। इससे खाद्य, स्वास्थ्य और आहारीय सप्लीमेंट्स में काम करने वाली आईडीएसए की इन सदस्य कंपनियों को राहत मिलेगी।”

एफएसएसएआई के मुख्य कार्यकारी अधिकारी पवन अग्रवाल ने उल्लेख किया कि खाद्य सप्लीमेंट्स के नए मानक अधिसूचना के अंतिम चरण में हैं। इस उद्योग के विशेषज्ञों का मानना है कि जनवरी 2018 में इन अधिनियमों के लागू हो जाने के बाद उपभोक्ताओं को बेहद फायदा मिलेगा।

आईडीएसए के अध्यक्ष जीतेन्द्र जगोटा ने कहा, “आईडीएसए के ज्यादातर सदस्य खाद्य उत्पाद, न्यूट्रास्यूटिकल्स और आहारीय सप्लीमेंट्स में काम करते हैं। इस तथ्य से हेल्थ सप्लीमेंट्स के प्रत्येक पैकेज में ‘हेल्थ सप्लीमेंट्स’ शब्दों का वहन करना चाहिए, उपभोक्ताओं को बेचे जा रहे उत्पादों में पारदर्शिता आएगी। उद्योग के हिस्से में, यह उन डायरेक्ट सेलिंग कंपनियों की स्थिति को मजबूत करेगा जो लंबे समय से देश में अपने उत्पादों को प्रस्तुत करती आ रही हैं।’

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