पाकिस्तान की हिमाकत, कश्मीर की आजादी के लिए सबसे ताकतवर संगठन से मांगी मदद

पाकिस्तान की हिमाकतजेनेवा| पाकिस्तान ने कश्मीर मुद्दे पर भारत को घेरने के लिए एक नई चाल चली है| पाकिस्तान की हिमाकत तो देखिये उसने संयुक्त राष्ट्र से जम्मू एवं कश्मीर में पिछले दो माह में हुई हत्याओं की जांच कराने का आग्रह किया है| पाक ने इस विवादित क्षेत्र में निष्पक्ष जनमत संग्रह कराने की भी मांग की है।

पाकिस्तान की हिमाकत

पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के हाल में नियुक्त किए गए कश्मीर पर विशेष दूत अवैस लेघारी ने जेनेवा में अंतर्राष्ट्रीय समुदाय के समक्ष कश्मीर घाटी में भारतीय सुरक्षा बलों द्वारा मानवाधिकारों के घोर उल्लंघन का उल्लेख किया।

लेघारी ने संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के अध्यक्ष चोई क्योंग लिम से मुलाकात कर आग्रह किया कि कश्मीर के विवादित क्षेत्र में स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जनमत संग्रह कराने के संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (एनएचआरसी) के प्रस्तावों के अनुसार कश्मीरियों की हत्या और उनके अधिकारों पर रोक लगाने की जांच की जाए।

लेघारी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ द्वारा पिछले माह मनोनीत उन 22 सांसदों में एक हैं, जिन्हें दुनिया के महत्वपूर्ण देशों की राजधानियों में कश्मीर मुद्दे के लिए लॉबिंग करनी है।

लेघारी ने भारत के हिस्से वाले कश्मीर में वहां के लोगों पर हो रही कथित ज्यादती की जानकारी देने के लिए संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद के अध्यक्ष चोई, रेड क्रॉस की अंतर्राष्ट्रीय कमेटी के अध्यक्ष पीटर माउरर और अन्य राजदूतों से मुलाकात की।

लेघारी विदेश मामलों पर नेशनल एसेंबली कमेटी के अध्यक्ष हैं। उन्होंने कश्मीरी प्रदर्शनकारियों पर पेलेट गन की चोटों के प्रभाव का उल्लेख किया।

विशेष दूत ने संयुक्त राष्ट्र महासचिव बान की-मून और यूएनएचआरसी प्रमुख को संबोधित प्रधानमंत्री के पत्रों का उल्लेख किया, जिनमें भारतीय सेनाओं के तथाकथित अत्याचार को रोकने की मांग की गई है।

कश्मीर घाटी में एक आतंकी कमांडर के आठ जुलाई को मारे जाने के बाद से भड़की हिंसा में सुरक्षाबलों सहित अबतक 76 लोगों की मौत हो चुकी है।

प्रशासन ने पिछले माह ही अधिकांश इलाकों से कर्फ्यू हटा दिया है, लेकिन स्कूल, दुकानें और कई बैंक अब भी बंद हैं और निवासियों को परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।

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