योगी बोले, गोरखपुर में एम्स की राह में रोड़ा बन रही यूपी सरकार

गोरखपुर में एम्सलखनऊ। गोरखपुर से भारतीय जनता पार्टी के सांसद योगी आदित्यनाथ ने उत्तर प्रदेश सरकार पर गंभीर आरोप लगाया है। योगी का आरोप है कि उत्तर प्रदेश सरकार गोरखपुर में एम्स के निर्माण में बाधा उत्पन्न करने का आरोप जड़ा है।

गोरखपुर में एम्स

गोरखपुर के गोरखनाथ मंदिर में पत्रकार वार्ता में उन्होंने कहा है कि केंद्र सरकार ने गोरखपुर में एम्स के निर्माण के लिए पंद्रह दिन पहले 1600 करोड़ रुपया दिया था। इसके बाद भी उत्तर प्रदेश सरकार काम शुरू करने के लिए जमीन नहीं दे रही है। यहां पर दस दिन पहले एम्स की बाउंड्री वाल बनाने आई हिंदुस्तान कंस्ट्रक्शन कंपनी के लोगों को जिला प्रशासन ने एम्स के लिए प्रस्तावित जमीन पर नहीं जाने दिया और लौटा दिया।

योगी ने कहा केंद्र सरकार गोरखपुर में जल्द से जल्द एम्स का निर्माण कराना चाहती है, जिससे पूर्वी उत्तर प्रदेश व पश्चिमी बिहार के साथ ही आसपास के सात करोड़ की आबादी को इसका लाभ मिले। उन्होंने कहा कि हमारा प्रयास है जुलाई में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के गोरखपुर आगमन पर हम इसका शिलान्यास भी करा दें। इसके बाद भी उत्तर प्रदेश सरकार इस अभियान में बाधा बन रही है। एम्स के लिए प्रस्तावित जमीन तक फोरलेन सड़क के निर्माण के नाम पर अब तक कोई ठोस काम नहीं हुआ। इस संबंध में अखिलेश यादव की सरकार सिर्फ बयानबाजी कर रही है। अभी तक फोरलेन निर्माण के लिए जमीन का अधिग्रहण तक नहीं किया गया।

योगी ने कहा कि मुख्यमंत्री यह कहते रहे हैं कि एम्स के लिए भूमि आवंटित कर दी गई है, पर जो जमीन आवंटित की गई है वह विवादित है। उस पर हाईकोर्ट का स्थगन आदेश है। उस जमीन तक पहंचने के लिए सिंगल लेन सड़क तक नहीं है। यह हाल तब है जब फरवरी 2015 से केंद्र सरकार प्रदेश सरकार को लगातार पत्र लिख रही है। बीते नौ अप्रैल को प्रधानमंत्री कार्यालय ने उप्र सरकार से गोरखपुर में एम्स निर्माण के लिए वर्तमान स्थिति की जानकारी मांगी है, लेकिन कोई ठोस जवाब देने की बजाय अधिकारी गुमराह कर रहे हैं। सांसद ने मुख्यमंत्री से अपील की कि वह जल्द एम्स के निर्माण के लिए गोरखपुर में दो सौ एकड़ जमीन, फोरलेन की कनेक्टिविटी के साथ उपलब्ध कराएं।

पहले बिहार में कानून-व्यवस्था पर ध्यान दें नीतीश

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के संघ मुक्त भारत व शराब मुक्त समाज के बयान पर योगी आदित्य नाथ ने कहा कि बेहतर है बिहार के मुख्यमंत्री अपने प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर ध्यान दें। उनको बिहार की जनता ने सुशासन के नाम पर चुना था, लेकिन आज अराजकता का बोलबाला है।

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