कानपुर-लखनऊ रेलमार्ग की पटरी में दरार से अधिकारियों के उड़े होश, करीब दो घंटे तक बाधित रहा रेल आवागमन
Report- Prasoon Shukla/उन्नाव
खबर, उन्नाव से है, जहां कानपुर-लखनउ रेलमार्ग की पटरी में रेल फ्रैक्चर हो गया। चटकी पटरी से ट्रेनें भी गुजर गई। पेट्रोलिंग कर रहे कीमैन की नजर रेल फ्रैक्चर पर पड़ी तो , उसके होश उड़ गए। आनन-फानन कंट्रोल को सूचना देकर कानपुर से लखनऊ तरफ जा रही चंडीगढ़ एक्सप्रेस को गंगा घाट रेलवे स्टेशन पर रोका गया। वही रेल फ्रैक्चर की सूचना से स्थानीय अधिकारियों में अफरा तफरी का माहौल बन गया। करीब दो घंटे तक रेल आवागमन प्रभावित रहा। वहीं ट्रैक की मरम्मत कर आवागमन बहाल किया गया ।
लखनऊ कानपुर रेलमार्ग पर कई स्थानों पर रेल पटरियां काफी पुरानी होने से जर्जर हो चुकी है । जो सर्दी के मौसम के दस्तक देते ही चटकना शुरू हो गईं हैं । ऐसा कोई पहली बार नहीं है, बीते कई सालों से लखनऊ कानपुर रेल मार्ग पर रेल पटरियों का चटकना व टूटना सामान्य बात हो गई है । इसके बाद भी रेलवे के अधिकारी जर्जर ट्रैक को बदलने की सुध नहीं ले रहे ।
बता दें शनिवार सुबह करीब 8.30 बजे कानपुर-लखनऊ रेलमार्ग पर गंगाघाट के ऋषि नगर रेलवे केबिन के पास पटरी में रेल फ्रैक्चर हो गया। इसके पहले मेमू ट्रेन गुजर चुकी थी । रेल मार्ग की पेट्रोलिंग कर रहे कीमैन धीरज कुमार की नजर टूटी पटरी पर पड़ी तो, उसके होश उड़ गए। कीमैन ने रेल फैक्चर की सूचना स्टेशन अधीक्षक व कंट्रोल रूम को दी ।
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जिसके बाद ट्रैक पर आ रही चंडीगढ़ एक्सप्रेस को इमरजेंसी में गंगाघाट (बाया पुल) रेलवे स्टेशन पर रोका गया । वहीं अन्य ट्रेनों को कानपुर सेंट्रल स्टेशन पर ठहराव किया गया । रेल फ्रैक्चर की सूचना से विभाग में हड़कंप मच गया, और आनन फानन टेक्निशन टीम मौके पर पहुंची और ट्रैक की वेल्डिंग कर मरम्मत की । वही इस दौरान ट्रेनों को 20 किलोमीटर प्रति घंटा के कॉशन से गुजारा गया । करीब दो घंटे की कड़ी मस्कत के बाद करीब 10:00 बजे के बाद रेलमार्ग पर कशन खत्म किया गया, और ट्रेनें औसत स्पीड में फर्राटा भर सकी । ट्रेनों की रफ्तार थमने से यात्रियों को लेटलतीफी से जूझना पड़ा ।