
नई दिल्ली| वित्त मंत्री अरुण जेटली ने शुक्रवार को कहा कि एक ‘बैड बैंक’ या एक प्रकार के एसेज रिकंस्ट्रकशन कंपनी की स्थापना कर बैंकों की गैर निष्पादित परिसंपत्तियों को बाजार कीमत पर खरीद कर एनपीए की समस्या का समाधान किया जा सकता है।
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जेटली ने बजट के बाद भारतीय उद्योग जगत के साथ बैठक में कहा, “यह ‘बैड बैंक’ भी एक संभावित समाधान है। हम इस बारे में बोर्ड में चर्चा करेंगे।”
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आर्थिक सर्वेक्षण 2016-17 में एनपीए की समस्या से निपटने के लिए ‘बैड बैंक’ को स्थापित करने की सिफारिश की गई है।