
27 साल की एक ऐसी डॉक्टर जो अपनी एक खास बात से सुर्ख़ियों में बनी हुई है। वजह इतनी बड़ी है कि इसका लाइसेंस तक सस्पेंड कर दिया है।
अब बात करते हैं कि आखिर ऐसा क्यों हुआ तो आपको बता दें ये डॉक्टर कई सालों से अपने यहूदी मरीजों को गलत दवाईयाँ लेने की सलाह देती थी।
उनमे से कई मरीज तो भगवान को प्यारे भी हो गए।
इसका खुलासा तब हुआ जब इस डॉक्टर के ट्वीट वायरल हुए।
जिनमें इस महिला डॉक्टर ने यहूदियों को खूब खरी खोटी सुनाई।
इस baat के संज्ञान में आते ही ओहियो के कोर्ट ने महिला का लाइसेंस रद्द कर दिया।
क्लीवलैंड क्लिनिक ने एक बयान में कहा, “इस व्यक्ति को जुलाई से सितंबर 2018 तक हमारे अस्पताल में एक पर्यवेक्षित निवासी के रूप में नियुक्त किया गया था।”
मेडिकल स्टूडेंट के रूप में अपने समय के दौरान, वेस्टलेक, क्लीवलैंड के डॉ। कोल्लाब ने ट्विटर पर उर्फ एले. के. के तहत सेमेटिक विरोधी और होलोकॉस्ट-मिनिमाइज़िंग पोस्ट की एक श्रृंखला पोस्ट की
जनवरी 2012 में, उसने लिखा: ‘बीमार जानबूझकर सभी याहूद [यहूदियों] को गलत मेड्स देते हैं …’
मंदिर में जाते ही आपके साथ होने लगते हैं ये काम, आपको नहीं लगती भनक…
जेरूसलम पोस्ट के अनुसार, अगस्त 2013 में, डॉ. कुलाब ने अरबी में लिखा, ‘अल्लाह यहूदियों का जीवन समाप्त कर दे।
इसलिए हम उन अपवित्र लोगों को जाने के लिए मजबूर होना बंद कर दें।
कैनेरी मिशन वेबसाइट द्वारा स्क्रीन-स्क्रीन की एक श्रृंखला का हवाला देते हुए, टाइम्स ऑफ इज़राइल ने कहा कि 27 वर्षीय 2011 से 2017 तक सोशल मीडिया पर सेमेटिक विरोधी टिप्पणियां कर रहा था।