युगांडा का वो तानाशाह जिसको थी भारतीयों से नफ़रत, पीता था इंसानों का खून

हमने कई तानाशाहों के बारे में सुना और पढ़ा है जो बहुत ही क्रूर होते थे. लेकिन कभी ऐसे तानाशाह के बारे में सुना है जो आदमखोर था? हम बात कर रहे हैं युगांडा देश के तानाशाह की जिसने क्रूरता दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ी साथ ही कहलाता था आदमखोर. ये भी कहा जाता है कि उसे भारतीय लोग बिल्कुल पसंद नहीं थे. उसने कई भारतीयों को एक साथ देश निकाला दे दिया था. इस तानाशाह के बारे में कई तरह की कहानियां प्रचलित हैं, जैसे कि वो इंसानों का खून पीता था, आदमखोर था.

तानाशाह

 

हम बात कर रहे हैं ईदी अमीन की। उसे इंसानियत का दुश्मन, हैवान, राक्षस और न जाने क्या-क्या कहा जाता था। कहते हैं कि युगांडा पर करीब आठ साल की तानाशाही में ईदी अमीन ने लाखों लोगों को मरवा दिया था। यही नहीं, उसने अपनी तानाशाही के दौरान भारतीय मूल के करीब 90 हजार लोगों को देश निकाला दे दिया था। कहा जाता है कि वो भारतीयों से नफरत करता था।

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ईदी अमीन की हुकूमत खत्म होने के बाद युगांडा में कई जगह लोगों की लाशें सड़ती हुई मिली थीं। तमाम सामूहिक कब्रों का पता चला था। वो वाकई में एक राक्षस था, जिसने अपने ही देश के लाखों लोगों का खून किया था।

 

कहते हैं कि ईदी अमीन के सत्ता में आने से पहले युगांडा में एशियाई मूल (खासकर भारतीय) के लोगों का ही दबदबा था। देश के लगभग हर सिनेमाघर में हिंदी फिल्में चलती थीं। 70 के दशक में युगांडा की राजधानी कंपाला में ज्यादातर कारोबार भी एशियाई मूल के लोगों के हाथ में था। यहां तक कि वहां की सड़कों के नाम भी एशियाई मूल के लोगों के नाम पर ही थे।

 

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