बीजिंग में हुई पहले आयातित जीका मामले की पुष्टि

बीजिंग में जीका वायरसबीजिंग| चीन की राजधानी बीजिंग में जीका वायरस के पहले आयातित संक्रमण की पुष्टि हुई। राजधानी के स्वास्थ्य और परिवार नियोजन आयोग ने एक बयान में कहा कि पूर्वी शेडोंग प्रांत की 29 वर्षीय महिला को वेनेजुएला में 11 मई को त्वचा पर लाल चकत्ते और बुखार की शिकायत हुई थी। इसके बाद वह 13 मई को वापस चीन लौट आई।

बीजिंग में जीका वायरस

इस महिला में चिकित्सीय जांच के बाद रविवार को जीका संक्रमण की पुष्टि हो गई। फिलहाल वह अस्पताल में भर्ती है। आयोग विशेषज्ञों ने हालांकि स्पष्ट किया है कि बीजिंग में इस रोग का प्रसार अपेक्षाकृत बहुत कम है।

जीका वायरस क्या है?

कई देशों को अपनी चपेट में ले चुका ‘जीका वायरस’ एक ग्लोबल खतरा बनता जा रहा है| इसके खतरे का अंदाजा इस बात से ही लगाया जा सकता है कि अकेले ब्राजील में 15 लाख लोग इस वायरस के खतरे के दायरे में हैं| एक वायरस जो एडीज, एजिप्‍टी और अन्‍य मच्‍छरों से फैलता है| ये चिकनगुनिया और डेंगू भी फैलाते हैं|

लक्षण-

इस वायरस की वजह से बुखार के साथ साथ जोड़ो का दर्द, शरीर पर लाल चकत्‍ते, थकान, सिर दर्द, आंखों का लाल होना आदि दिक्कतें होती हैं|

खतरा- माइक्रोसेफेली रोग हो जाता है| इससे प्रभावित बच्‍चे का जन्‍म आकार में छोटे और अविकसित दिमाग के साथ होता है| लोग लकवे का शिकार भी हो जाते हैं|

हम आप को बता दें कि यह वायरस सबसे पहले अफ्रीका और दक्षिण एशिया के कुछ देशों में मिला था| अभी तक इसकी कोई दवाई मौजूद नहीं है| 40 लोग अकेले अमेरिका में इस खतरे में जिंदगी बिता रहे हैं|

अब इसका फैलाव ब्राजील समेत कई दक्षिण अमेरिकी देशों में हो चुका है| साथ ही पैरागुए, कोलंबिया, वेनेजुएला, फ्रेंच गयाना, सूरीनाम और मेक्सिको, हैती, प्युएर्तो रीको में जीका वायरस का कहर है| जबकि अर्जेंटीना, चिली, बोलिविया, पेरू, एक्वाडॉर, कोस्टा रिका, एल सैल्वडॉर, ग्वातेमाला, होंडूरास, पनामा, में खतरा मंडरा रहा है|

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