तांत्रिक बाबा के इर्द-गिर्द घूमने के बजाय, इस तरह बड़ी आसानी बच सकते हैं बुरी नज़रों से

नई दिल्ली। इस आधुनिक दौर में जितना लोगों को चोरों का डर नहीं होता हैं, उससे ज्यादा उन्हें बुरी नज़र का डर होता है। लोग इससे बचने के लिए बाबा, तांत्रिक इन सब के इर्द-गिर्द घूमते रहते हैं, कुछ फायदा तो होता नहीं हैं, पैसा और समय अलग से बरबाद होता हैं।

बता दे कि, अक्सर बुरी नज़र से बचने के लिए काले रंग की चीजों का इस्तेमाल किया जाता है, जो कि बहुत सही होता है, जैसे काला टीका, काला धागा या फिर काला तिल।

छोटे हो या बड़े हर किसी को बुरी नज़र से बचाने के लिए उन्हें काला धागा बांधा जाता है। बचपन से ही दादी और नानी की दी सीख को निभाते हुए काले धागे लोग बांधते हैं, मगर क्या आप जानते हैं कि आखिर क्यों बांधते हैं काला धागा।

दरअसल, काला धागा पहनने या काला टीका लगाने की परंपरा प्राचीन काल से चली आ रही है, कुछ लोग इसे अंधविश्वास से अधिक कुछ भी नहीं मानते हैं। सामान्य समझ के मुताबिक काला रंग, नज़र लगाने वाले की एकाग्रता को भंग कर देता है। इसके कारण नकारात्मक ऊर्जा संबंधित व्यक्ति को प्रभावित नहीं कर पाती।

102 साल की दादी ने कर दिखाया ऐसा कारनामा, जिसके लिए चाहिए मजबूत कलेजा…

लेकिन वहीं दूसरी तरफ जब बच्चे को या घर के किसी भी सदस्य को बुरी नजर से बचाने का ख्याल मन में आता है, तब हमें सिर्फ काला रंग ही याद आता है।जी हां ये सच है, कि अक्सर बुरी नजर से बचने के लिए काली चीजों का ही इस्तेमाल किया जाता है।

जैसे काला धागा बांधना, काला टिका लगाना और काला तिल लगाना आदि सब किया जाता है। आपको बता दें कि कोई भी बड़ा व्यक्ति हो या कोई छोटा सा बच्चा हर किसी को बुरी नजर से बचाने के लिए काला धागा ही बंधवाया जाता है।

LIVE TV