प्रदूषण के खिलाफ काठमांडू की सड़कों पर उतरे कलाकार, जताया विरोध

सड़कों पर उतरे कलाकारकाठमांडू। काठमांडू में वायु गुणवत्ता में गिरावट और प्रदूषक पीएम 2.5 के स्तर में वृद्धि के चलते प्रदूषण की समस्या विकराल रूप लेती जा रही है। प्रदूषण की रोकथाम के प्रति जागरूकता फैलाने के लिए कॉलेज के 15 छात्र खुद को प्लास्टिक शीट्स में लपेटकर और अपनी गर्दन के इर्दगिर्द रस्सी लपेटकर काठमांडू की सबसे व्यस्ततम सड़क तिनकुने पर खड़े हो गए। उनके इस हुलिए ने वहां से गुजरने वाले सभी लोगों का ध्यान खींचा।

काठमांडू पोस्ट की शुक्रवार की रिपोर्ट के मुताबिक, उनका एक ही लक्ष्य था, प्रदूषण की इस विकराल समस्या की ओर प्रशासन का ध्यान खींचना।

इस संकट के प्रति सरकार की उपेक्षा की चारों ओर निंदा हो रही है, जबकि कई लोग बढ़ते प्रदूषण के बारे में जागरूकता फैलाने के लिए सड़कों पर उतर आए हैं।

इस कार्यक्रम को कोरियोग्राफ करने वाले तंका चौलागेन ने कहा, “राजधानी में हम सभी लोगों को इन दिनों सांस लेने में समस्या हो रही है। लेकिन, हम इसमें कुछ नहीं कर सकते। इसलिए हम खुद को प्लास्टिक शीट्स में लपेटकर और अपनी गर्दन के इर्द गिर्द रस्सियां लपेटकर खड़े हैं ताकि हम यह बता सकें कि हमारा दम घुट रहा है और हम जो सांस ले रहे हैं, उससे हमारे फेफड़े सिकुड़ रहे हैं।”

सभी छात्र कांतिपुर फिल्म अकादमी के 

सार्वजनिक समूह ‘दृष्टि काठमांडू’ ने घाटी के 17 अलग-अलग स्थानों पर वायु गुणवत्ता निगरानी उपकरण लगाए हैं। बुधवार को वायु में पीएम 2.5 का स्तर 125 माइक्रोग्राम प्रति क्यूबिक मीटर पाया गया।

चौलागेन ने कहा, “प्रदूषण राजधानी में बेहद गंभीर समस्या के रूप में उभरा है। सड़कें चौड़ी करने और मेलामची जल आपूर्ति परियोजना के काम ने इसे और गंभीर बना दिया है।”

उन्होंने कहा, “हमारा उद्देश्य प्रदूषण के प्रति जागरूकता फैलाना और इस समस्या को कम करने में सरकार के ध्यान न देने का विरोध करना है। फिल्म अकादमी के छात्रों के तौर पर हम इस समस्या को अलग ढंग से उठाना चाहते थे।”

छात्रों ने कहा कि अगर समस्या पर ध्यान नहीं दिया गया तो वे भविष्य में और भी ऐसे कार्यक्रम पेश करेंगे।

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