ऑल इंडिया सिख कांफ्रेंस के अध्यक्ष गुरचरण सिंह बब्बर को पुलिस ने काली नदी चेकपोस्ट से लौटाया वापस…

ऑल इंडिया सिख कांफ्रेंस के अध्यक्ष गुरचरण सिंह बब्बर को पुलिस ने काली नदी चेकपोस्ट से वापस लौटा दिया। इस दौरान कांफ्रेंस के सदस्यों और पुलिस के बीच नोकझोंक भी हुई। वह जबरन हरिद्वार जाने की जिद कर रहे थे। ऑल इंडिया सिख कांफ्रेंस के अध्यक्ष गुरचरण सिंह बब्बर की ओर से घोषणा की गई थी कि शनिवार को हरिद्वार में हरकी पैड़ी के समीप स्थित भारत स्काउट-गाइड कार्यालय पर कब्जा कर ज्ञान गोदड़ी गुरुद्वारे के समर्थन में लंगर शुरू किया जाएगा। इसके चलते पुलिस-प्रशासन की ओर से सतर्कता बढ़ा दी गई थी।

शाम करीब तीन बजे गुरचरण सिंह बब्बर अपने समर्थकों के साथ काली नदी चेकपोस्ट पर पहुंच गए। पुलिस ने उन्हें सीमा पर ही रोक लिया। पुलिस क्षेत्राधिकारी चंदन सिंह बिष्ट ने बताया कि पंजाब में वह जिस जगह से आए हैं वह रेड जोन में है। इसलिए उनको 14 दिन क्वारंटाइन किया जाएगा। इसके बाद वह सभी प्रदर्शनकारी काली नदी चेकपोस्ट से वापस लौट गए। गौरतलब है कि ऑल इंडिया सिख कांफ्रेंस यह दावा करता रहा है कि हरकी पैड़ी के समीप स्थित भारत स्काउट और गाइड कार्यालय की भूमि गुरुद्वारे ज्ञान गोदड़ी की है, इस पर कब्जे को लेकर संगठन लंबे समय से आंदोलित है।उधर, देहरादून के विकासनगर में हरिद्वार में हरकी पैड़ी पर गुरुद्वारा ज्ञान गोदड़ी की मांग कर रहे सिखों के जत्थे को पुलिस ने हिमाचल प्रदेश की सीमा से लौटा दिया। ये लोग हरिद्वार जाने का प्रयास कर रहे थे। हरकी पैड़ी पर जिस स्थान पर गुरु नानक देव का आगमन हुआ था, वहां सिख गुरुद्वारा बनाने की मांग कर रहे हैं। शनिवार को बड़ी संख्या में सिख देहरादून के पास विकासनगर से सटी हिमाचल प्रदेश की सीमा पर पहुंचे।उत्तराखंड पुलिस को इसकी सूचना मिली तो बड़ी संख्या में सीमा पर फोर्स को तैनात कर दिया गया। हिमाचल प्रदेश पुलिस से संपर्क कर भी सहयोग मांगा गया। एसपी देहात पदमेंद्र डोभाल ने बताया कि जत्थे को सीमा पर रोक वापस लौटा दिया गया है।  

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