गर्मियों में ‘सनस्क्रीन’ की एलर्जी से बचने के लिए अपनाएं ये उपाय…

इस बढ़ती गर्मी, तपते सूरज की रोशनी और लू के थपेड़े में बिना सनस्क्रीन लगाए निकलना मतलब टैनिंग का हाथ खोलकर स्वागत करना है। वैसे ज्यादातर लोगों के लिए सनस्क्रीन सेफ होती है। इसे अधिकतर लोग गर्मी में लगाकर ही बाहर निकलते हैं।

गर्मियों में ‘सनस्क्रीन’ लगाने से हो रही है एलर्जी, तो अपनाएं ये उपाय...

लेकिन कभी-कभी इसमें मौजूद केमिकल्स से कुछ लोगों को ऐलर्जी हो सकती है। ऐसे में सनस्क्रीन लगाने के बाद स्किन का लाल हो जाना, जलन होना या रैश होने जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।

गर्मियों में ‘सनस्क्रीन’ लगाने से हो रही है एलर्जी, तो अपनाएं ये उपाय...

कुछ लोगों में सनस्क्रीन लगाने से एलर्जिक रिएक्शन दिखाई देते है। ऐलर्जिक डर्मेटाइटिस के लक्षण दिखाई देना हालांकि ये बहुत रेयर है। अगर सनस्क्रीन लगाने के बाद आपकी स्किन भी रेड हो जाती है तो सबसे पहले उसका इस्तेमाल बंद कर दें।

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मार्केट में ऐसा सनस्क्रीन या सनब्लॉक ढूंढ़ें जिसमें केमिकल्स न हों। बेहतर होगा किसी डर्मेटॉलजिस्ट से मिलकर अपनी प्रॉब्लम बताएं और उससे पूछकर सनस्क्रीन इस्तेमाल करें।

अगर आप मार्किट जाकर कोई भी नया सनब्लॉक या सनस्क्रीन लेने जा रहे है तो उसे इस्तेमाल करने से पहले पैच टेस्ट जरुर कर लें। और धूप से बचाव करने के लिए चेहरे पर स्टोल, फुल स्लीव्स के कपड़े और हैट वगैरह का इस्तेमाल करें।

ऐलर्जी होने पर क्या करें

    • ज्यादातर मामले में माइल्ड ऐलर्जी अपने आप ही ठीक हो जाती है। अगर ज्यादा दिक्कत हो तो तुरंत डॉक्टर से मिल लें।
    • इतना ही नहीं जब तक आपको ऐलर्जी है तब तक धूप में बाहर जानें से बचें। पूरी तरह से ठीक होने में कुछ वक्त लग सकता है।
  • सनस्क्रीन से ऐलर्जी होने पर खुद से कोई एक्सपेरिमेंट न करें।

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