… तो इन चार चेहरों में किसको मिलेगी आरबीआई गवर्नर की जिम्‍मेदारी

आरबीआई गवर्नरलखनऊ। भारतीय रिजर्व बैंक के गवर्नर का कार्यकाल खत्‍म होने में अब ज्‍यादा समय नहीं बचा है। इस पद पर नियुक्ति को लेकर अब नए चेहरे की खोज भी जोरों पर शुरू हो चुकी है। आरबीआई गवर्नर के नाम पर चार चेहरों को शॉर्टलिस्‍ट किया गया है।

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आरबीआई गवर्नर बन सकता है इनमें से कोई एक चेहरा

इसमें आरबीआई के डिप्‍टी गवर्नर उर्जित पटेल के अलावा पूर्व डिप्‍टी गवर्नर राकेश मोहन, सु‍बीर गोकर्ण और एसबीआई की चेयरपर्सन अरुंधति भट्टाचार्य के नाम शामिल हैं। इसके अलावा चीफ इकनॉमिक एडवाइज़र अरविंद सुब्रमण्‍यम का नाम भी इस लिस्‍ट में चल रहा है।

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आपको बता दें कि रिजर्व बैंक के चार डिप्टी गवनर्रों की नियुक्ति के नियमों के उलट गवर्नर पद के लिए कोई नियम तय नहीं है। आरबीआई गवर्नर के लिए न तो कोई उम्र सीमा तय है और न ही इस पद के लिए कानून में योग्यता को लेकर मापदंड तय किए गए है। आरबीआई एक्ट सरकार को आरबीआई गवर्नर का कार्यकाल तय करने की छूट भी देता है, लेकिन यह पांच साल से ज्यादा नहीं हो सकता। हालांकि, सरकार चाहे तो किसी को लगातार दूसरी बार आरबीआई गवर्नर पद पर नियुक्त कर सकती है।

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सूत्रों के मुताबिक रघुराम राजन की जगह नए गवर्नर का चयन प्रधानमंत्री मोदी खुद करेंगे। मोदी के कार्यकाल के पहले सभी सरकारें आरबीआई गवर्नर पद के उम्मीदवारों का चयन करते समय कमेटी गठित करती रही है और इस कमेटी के सुझाए गए नामों और वित्त मंत्री से चर्चा करने के बाद आरबीआई गवर्नर की नियुक्ति की जाती रही है।

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भाजपा नेता सुब्रमण्‍यम स्वामी ने आरबीआई गवर्नर रघुराम राजन के खिलाफ जमकर हल्ला बोलने के साथ ही उन लोगों पर भी हमला किया जिनके आरबीआई गवर्नर बनने की संभावना है। जानकारों का कहना कि स्वामी अपने करीबी प्रोफेसर वैद्यनाथन को आरबीआई प्रमुख देखना चाहते है। आईआईएम बेंगलूरु में फाइनेंस के प्रोफेसर वैद्यनाथन को स्वामी का करीबी माना जाता है। भाजपा के वरिष्ठ नेता आडवाणी ने 2009 में जब कालेधन का मुद्ददा उठाया था तब इसके पीछे वैद्यनाथन की बड़ी भूमिका मानी जाती है। वैद्यनाथन भाजपा की कालेधन पर बनी टास्क फोर्स के भी सदस्य थे।

 

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