रामायण के जामवंत को क्यों मारा था रामानंद सागर ने जोरदार थप्पड़
रामानंद सागर की रामायण की शूटिंग के ऐसे तमाम दिलचस्प किस्से हैं जिन्हें सुनकर हम इस शो की पुरानी यादों में खो जाते हैं. शो में अभिनेता राजशेखर उपाध्याय ने जामवंद का किरदार निभाया था. भालुओं के राजा जामवंत का किरदार करने के लिए राजशेखर को हर वक्त भालू का मास्क पहने रहना होता था. उनका चेहरा बालों, आर्टिफिशियल लंबी नाक और मुकुट से तकरीबन पूरा छिपा रहता था. बाकी शरीर पर नकली बाल होते थे अतः राजशेखर ऐसा किरदार कर रहे होते थे जिसके लिए उन्हें कोई नहीं पहचानता.
बावजूद इसके राजशेखर ने इस किरदार को पूरे मन से किया था और अपने किरदार की भूमिका को पर्दे पर जीवंत करने में कामयाब रहे. जामवंत के किरदार के अलावा राजशेखर ने इस शो में और भी कई छोटे बड़े रोल किए थे. वह शो में अग्निदेव से लेकर संदेशवाहक तक बहुत कुछ बने थे. कम ही लोग ये बात जानते हैं कि राजशेखर और रामानंद सागर की पुरानी दोस्ती थी. दोनों एक दूसरे को तब से जानते थे जब रामायण का आइडिया भी दिमाग में नहीं कौंधा था.
राजशेखर ने विक्रम बेताल में काम किया था. राजशेखर एस्ट्रोलॉजर भी थे और रामानंद सागर को बताया था कि उन पर शनि की साढ़े साती चल रही है. उन्हें ताश खेलने का काफी शौक था और एक रोज जब रामानंद सागर अचानक राजशेखर के कमरे में पहुंचे तो उन्होंने देखा कि वो ताश खेल रहे हैं. राजशेखर ने एक इंटरव्यू में खुद ये बात बताई कि सागर साहब ने उन्हें थप्पड़ मार दिया था. रामानंद सागर ने कहा कि आप इतने अच्छे इंसान हैं और आप यहां ये ताश खेल रहे हैं.
राजशेखर ने बताया कि उन्होंने उसी पल ताश के पत्ते फाड़ कर फेंक दिए थे और उसके बाद कभी भी ताश नहीं खेला. राजशेखर ने ये भी बताया कि जब नाराजगी मिटी तो रामानंद सागर ने पूछा कि कोई कहानी बताइए जिस पर काम किया जा सके. राजशेखर ने रामानंद सागर के यहां रखी रामायण की तरफ इशारा करके कहा कि इससे अच्छी कहानी क्या हो सकती है. इसमें एक्शन, थ्रिलर, सस्पेंस, ड्रामा, रोमांस सब कुछ तो है. राजशेखर कहते हैं कि इसके बाद रामानंद सागर को रामायण बनाने का आइडिया सूझा था.