दुनिया का रहस्मयी गुफा, जानिए क्या है इस शिव मंदिर का राज़
करिश्मा सिंह
भारत के कोने-कोने में कई रहस्यमयी मंदिर और गुफाएं मौजूद है। जिनमें से काफी के अभी तक कोई रहस्य खोल ही नहीं पाया है। इन्हीं मंदिरों में से एक उत्तराखंड में एक शिव मंदिर है। पिथौरागढ़ में स्थित पाताल भुवनेश्वर गुफा मंदिर। माना जाता है कि इस मंदिर में दुनिया खत्म होने का एक रहस्य छिपा हुआ है। लेकिन इस बात पर कितनी सच्चाई है इस बारे में कोई पुख्ता सबूत नहीं है।
नागों के राजा अधिशेष ने दुनिया का भार है संभाला
यह गुफा समुद्र तल से 90 फीट गहरी है। इस गुफा में जाने के बाद आप जब मंदिर की तरफ जाएंगे, तो हाथी की तरह यहां की चट्टानों की कलाकृति दिखाई देगी। इस गुफा में आपको नागों के राजा अधिशेष की कलाकृति भी देखने को मिलेगी। माना जाता है कि नागों के राजा अधिशेष ने दुनिया का भार अपने सिर पर संभाला हुआ है।
मंदिर में हैं चार दरवाजे
इस मंदिर में चार दरवाजे हैं। पुराणों के मुताबिक, मंदिर में एक रणद्वार, दूसरा पापद्वार, तीसरा धर्मद्वार और चौथा मोक्षद्वार है। बताया जाता है कि जब रावण मरा था, तो पापद्वार का दरवाजा बंद हो गया था जबकि कुरुक्षेत्र में महाभारत के बाद रणद्वार को भी बंद कर दिया गया था। स्कंदपुराण के मुताबिक, पाताल भुवनेश्वर गुफा मंदिर में भगवान शिव रहते हैं। मान्यता है कि इस मंदिर में सभी देवी देवता भगवान शिव की पूजा करने आते हैं।
पुराणों के मुताबिक, इस रहस्यमयी मंदिर की खोज सूर्य वंश के राजा ऋतुपर्णा ने की थी। त्रेता युग में ऋतुपर्णा का ही अयोध्या पर शासन था। ऋतुपर्णा की नागों के राजा अधिशेष से इसी स्थान पर मुलाकात हुई थी। ऐसी मान्यता है कि नागों के राजा अधिशेष इस गुफा के अंदर राजा ऋतुपर्णा को लेकर गए थे। इसके बाद उनको भगवान शिव और अन्य देवी-देवताओं के दर्शन मिले थे।
इसके बाद पांडवों ने द्वापर युग में इस रहस्यमयी गुफा को खोजा था। बताया जाता है कि इस गुफा में पांडव भगवान शिव की पूजा किया करते थे।